महानंदा नदी ने इस कदर कहर ढाया कि पूरा का पूरा मंझोक गांव नदी में समा गया। यह गांव दो पंचायतों में बंटा था और सिर्फ भौनगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 में लगभग 365 परिवार रहा करते थे। लेकिन, आज वहां महानंदा नदी बहती है। ज्यादातर लोग गांव छोड़कर जा चुके हैं।...
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा इमाम अली चिंटू को किशनगंज का जिलाध्यक्ष मनोनीत किये जाने के बाद पार्टी के अंदर घमासान मच गया है।...
सहरसा जिला मुख्यालय से तकरीबन छह किलोमीटर की दूरी पर बसा सत्तर कटैया प्रखंड की विशनपुर पंचायत का आरण गांव को 'मोर गांव' के नाम से भी जाना जाता है।...