“नीतीश कुमार के 17 विधायक गायब हो गये। वैसे तो 4-5 विधायकों से ही काम चल जाता। लेकिन, इधर तो आधी जदयू गायब हो गई। खेला होगा, सब जानते थे। लेकिन इतना बड़ा खेला होगा, शायद किसी को पता नहीं था।”
देश के बड़े हिन्दी अखबार दैनिक भास्कर ने गुरुवार, 8 फरवरी को अपने पटना संस्करण के पहले पेज पर सबसे ऊपर ये लिखा और बताया कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये बातें लिखी हैं।
दैनिक जागरण ने इससे एक दिन पहले 7 फरवरी को अपनी वेबसाइट पर एक खबर प्रकाशित की। खबर का शीर्षक है – ‘नीतीश कुमार के 17 विधायक गायब हो गये…’ तेजस्वी यादव की पत्नी का बड़ा दावा; सियासी हलचल तेज।
7 फरवरी को ही ईटीवी भारत ने भी अपनी वेबसाइट पर यह खबर चलाई कि तेजस्वी यादव की पत्नी ने पोस्ट लिखकर दावा किया है कि जदयू के 17 विधायक गायब हो गये हैं।
इधर, 8 फरवरी को दैनिक भास्कर में भी यह खबर छपने के कुछ घंटे बाद दूसरे मीडिया संस्थानों ने भी अपनी वेबसाइट पर ये खबरें चलाईं। अमर उजाला ने अपनी खबर में राजश्री यादव का जिक्र नहीं किया, लेकिन लिखा कि जदयू के 17 विधायकों के गायब होने का दावा है। खबर में लिखा गया – पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी का दावा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के 17 विधायक लापता हैं।
इसी तरह जी न्यूज ने भी अपनी वेबसाइट पर इससे संबंधी खबर प्रकाशित की। “नीतीश कुमार की पार्टी के 17 विधायक हो गये लापता! तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री के दावे ने तो गदर काट मचा दिया” शीर्षक से प्रकाशित खबर में वेबसाइट ने लिखा – नीतीश कुमार के 17 विधायक गायब हो गये। वैसे तो 4-5 विधायकों से ही काम चल जाता। लेकिन, इधर तो आधी जदयू गायब हो गई। खेला होगा, सब जानते थे। लेकिन इतना बड़ा खेला होगा, शायद किसी को पता नहीं था। इसी तरह लोकमत न्यूज, पत्रिका समेत अन्य वेबसाइट्स ने भी इसपर खबरें चलाईं।
न्यूज18 बिहार झारखंड, 4पीएम, बोलता हिन्दुस्तान समेत कई यूट्यूब चैनलों ने भी इस पर खबरें बनाईं।
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एक ही तरह के दावे करने वाली इन सभी खबरों का स्रोत एक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल है, जिसमें तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव की फोटो लगी है।
@Rajshree_yadav_ नाम के इस हैंडल के 52.6 हजार फॉलोअर्स हैं। मगर ऊपर उल्लेखित अखबारों, वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनलों ने इस हैंडल को ही राजश्री यादव का आधिकारिक हैंडल मानकर जदयू विधायकों के गायब होने के दावे पर खबरें बना दीं।
2022 में बना हैंडल
हालांकि, उक्त हैंडल के प्रोफाइल में राजश्री यादव व कवर फोटो में राजश्री यादव व तेजस्वी यादव की तस्वीरें है, लेकिन उक्त हैंडल ने खुद को मीडिया व न्यूज कंपनी बताया है न कि तेजस्वी यादव की पत्नी। यह X हैंडल जुलाई 2022 में बना है और इसमें राजद से जुड़ी सामग्रियां ही पोस्ट की जाती हैं। हैंडल ने अपने बायो में लिखा है – जय राजद, तय राजद। मेरे यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए नीचे लिंक क्लिक करें।
उक्त लिंक पर क्लिक करने पर राजश्री यादव नाम से ही एक यूट्यूब चैनल खुलता है, जो पिछले साल 25 मार्च को अस्तित्व में आया है। इस यूट्यूब चैनल पर तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव से जुड़े वीडियोज डाले गये हैं।
‘मैं मीडिया’ ने इस संबंध में युवा राजद के सोशल मीडिया प्रभारी आलोक चिक्कु से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि राजश्री यादव X पर नहीं हैं।
आलोक ने कहा, “जिस X हैंडल ने ये पोस्ट किया है, वो फेक हैंडल है और उनके नाम से X पर जितने भी हैंडल हैं, वे सभी फेक हैं। इन हैंडलों का राजद से या राजश्री यादव से कोई लेनादेना नहीं है।”
“राजश्री यादव का सिर्फ फेसबुक पर एक आधिकारिक पेज है। X पर उनका कोई अकाउंट नहीं है,” आलोक ने बताया।
बिहार विधानसभा में गठबंधनों की स्थिति
गौरतलब हो कि पिछले 28 जनवरी को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुखिया व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन खत्म कर लिया था और दोबारा भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का ऐलान किया। उन्होंने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और भाजपा के कोटे से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम बने।
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि “खेला होना बाकी है”। उनके इस रहस्य से भरे बयान को राजनीतिक हलकों में विरोधी खेमे के विधायकों के जोड़-तोड़ से जोड़कर देखा जाने लगा।
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए कुल 122 विधायकों की जरूरत पड़ती है। मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो राजद व उसकी अन्य सहयोगी पार्टियों को मिलाकर महागठबंधन के पस कुल 114 विधायक हैं। वहीं, जदयू के 45 विधायकों को मिलाकर एनडीए के पास 127 विधायक हैं, यानी कि बहुमत का आंकड़ा एनडीए के पास है। इसके अलावा एकमात्र निर्दलीय विधायक ने भी एनडीए को समर्थन देने का वादा किया है। वहीं, एआईएमआईएम का एकमात्र विधायक फिलहाल किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
महागठबंधन को जादूई आंकड़ा पाने के लिए विरोधी खेमें से 8 विधायकों को तोड़ना होगा।
महागठबंधन में शामिल पार्टियों के नेताओं ने हाल में इस तरह के दावे किये हैं कि जदयू व भाजपा के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं। 12 फरवरी को बहुमत साबित करने के लिए बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने वाला है। ऐसे में राजश्री यादव नाम के X हैंडल से जब जदयू विधायकों के गायब होने के हवाई दावे करता हुआ पोस्ट किया गया, तो अखबारों व वेबसाइटों ने इसकी प्रामाणिकता की जांच करने की जरूरत नहीं समझी और क्लिक-बेट की लालसा में इस पर खबरें बना दीं।
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