Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

Climate Change

अररिया में मूसलाधार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ा

किशनगंज: कनकई और बूढ़ी कनकई नदी के उफान से दिघलबैंक में बाढ़, लोगों का पलायन जारी

किशनगंज में भारी बारिश से नदियां उफान पर, ग्रामीण नदी कटाव से परेशान

Climate Change की अन्य ख़बरें

नेपाल में भारी बारिश से कोशी, गंडक और महानंदा नदियों में जलस्तर बढ़ने की संभावना, अलर्ट जारी

जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 28 सितंबर 2024 की रात 12:00 बजे वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज से 6.00 लाख क्यूसेक और 28 सितंबर 2024 की दोपहर 12:00 बजे वीरपुर स्थित कोशी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित होने की संभावना है

कटिहार की मधुरा पंचायत में बाढ़ का कहर, घरों में घुसा पानी, लोग फंसे

कटिहार के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र की मधुरा पंचायत में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।

पूर्णिया: बायसी में नदी कटाव का कहर, देखते ही देखते नदी में समाया मकान

पूर्णिया के तटीय इलाकों में लगातार हो रही बारिश के बाद नदियां उफान पर हैं और इस कारण नदी कटाव तेजी से बढ़ रहा है।

कटिहार में गंगा और कोसी के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का कहर

कटिहार जिले के कुरसेला, मनिहारी, अमदाबाद और बरारी प्रखंड की कई पंचायतों में गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि ने तबाही मचा दी है।

बाढ़ से सहरसा में सैकड़ों घर कटान की ज़द में, घर तोड़ दूसरी जगह ले जा रहे लोग

सहरसा जिले के नौहट्टा प्रखंड स्थित केदली पंचायत के रामपुर गांव में बाढ़ की वजह से कई लोगों के घर डूब गये। रामुपर गांव चारों ओर से पानी से घिर गया है।

बाढ़ प्रभावित सहरसा में सरकारी नाव उपलब्ध नहीं, लोग चंदा इकट्ठा कर बना रहे नाव

जबकि बाढ़ का समय आ चुका है तो लोग अपनी सुरक्षा की तैयारी में खुद जुट गए हैं और खुद से नाव तैयार कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं है, इसलिये लोग आपस में चंदा इकट्ठा कर नाव तैयार कर रहे हैं। स्थानीय सुभाष यादव बताते हैं कि बाढ़ आने पर हर तरह का काम नाव से ही किया जाता है।

सहरसा में कोसी नदी के कटाव से सैकड़ों घर नदी में समाये, प्रशासन बेख़बर

बिहार के सहरसा में कोसी नदी ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। नदी में हो रहे भीषण कटाव से नौहट्टा प्रखंड स्थित सतौर पंचायत के बिरजेन गांव में तीन सौ से अधिक घर नदी में समा गये। आलम यह है कि इलाके के लोग डर के साए में जी रहे हैं।

कटिहार जिला के बरारी में घरों में घुसा बाढ़ का पानी

कटिहार जिला अंतर्गत बरारी प्रखंड क्षेत्र के मोहना चांदपुर पंचायत में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। हर साल इस पंचायत में बाढ़ का पानी आकर तबाही मचाता है। कारी कोसी और गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण मोहना चांदपुर पंचायत के आठ नंबर वार्ड से लेकर 17 नंबर वार्ड तक बाढ़ का पानी घुस गया है।

पूर्णिया: महानंदा में कटाव से आधा दर्जन घर नदी में समाए, दर्जनों मकान कटाव की ज़द में

पूर्णिया के बायसी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत गांघर पंचायत के वार्ड नं-1 स्थित मालोपाडा़ तेलंगा गांव में महानंदा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे नदी कटाव ज़ोरों पर है। कटाव में अब तक लगभग आधा दर्जन घर विलीन हो गए हैं, जबकि दर्जनों घर कटाव की ज़द में हैं।

सुपौल: “हमें चूड़ा – पन्नी नहीं, पुनर्वास चाहिए”- बाढ़ पीड़ितों का धरना

बाढ़ के पानी से होकर 8 अगस्त को कोसी नवनिर्माण मंच के झंडा तले सुपौल जिला स्थित निर्मली प्रखंड की डगमारा पंचायत, सराय गढ़ प्रखंड की ढोली पंचायत, मरौना प्रखंड की घोघररिया पंचायत और किशनपुर प्रखंड की बौराहा पंचायत के कोसी तटबंध के भीतर के गांवों के लोगों ने बाढ़ को बाढ़ साबित करवाने के लिए डिग्री कॉलेज चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना सुबह 11 बजे से शाम के 4 बजे तक चला। बीच बीच में बारिश हुई, पर इसके बावजूद लोग डटे रहे और धरना चलता रहा।

सिक्किम में तीस्ता ने मचाई तबाही, देसी-विदेशी 1200 पर्यटक फंसे, राहत अभियान युद्ध स्तर पर

सिक्किम में यूं तो कई दिनों से ही गाहे-बगाहे मौसमी बारिश हो रही थी लेकिन बीते बुधवार की रात लगातार हुई बारिश काल साबित हुई। एक ही रात में 220 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। उसकी वजह से तीस्ता नदी खतरे के स्तर से भी ऊपर उफन गई। इसे इसी से समझा जा सकता है कि गहरी खाई में बहने वाली नदी कई जगहों पर राजमार्ग के बराबर आ गई। यहां तक कि कई सड़कों पर भी चढ़ गयी। पहाड़ों पर जगह-जगह भूस्खलन होने लगे।‌ कई घर नदी में समा गये।

बिहार: मई में बढ़ेगी लू लगने की घटना, अप्रैल में किशनगंज रहा सबसे कम गर्म

पूरे बिहार में अप्रैल महीने में सबसे कम तापमान किशनगंज में दर्ज हुआ। यहां का औसत तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस रहा। 2 अप्रैल को तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो कि पूरे बिहार में अप्रैल महीने में सबसे कम था।

Latest Posts

Ground Report

बिहार के इस गांव में कुत्तों का आतंक, दर्जनों घायल, लाठी ले घूम रहे बच्चे

बिहार भू-सर्वे के बीच कैथी में लिखे दस्तावेजों को लेकर लोग परेशान

किशनगंज में लो वोल्टेज की समस्या से बेहाल ग्रामीण, नहीं मिल रही राहत

अप्रोच पथ नहीं होने से तीन साल से बेकार पड़ा है कटिहार का यह पुल

पैन से आधार लिंक नहीं कराना पड़ा महंगा, आयकर विभाग ने बैंक खातों से काटे लाखों रुपये