निक्की यूक्रेन के शहर इवानो फ्रैंकिवस्क में यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रह रही हैं। उनके साथ हाॅस्टल में करीब 500 छात्र रह रहे हैं। इनमें बिहार के भी कुछ छात्र हैं। निक्की समेत हाॅस्टल के अन्य सभी छात्र डाॅक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं।
मैट्रिक की परीक्षा के पहले दिन किशनगंज में बिहार बोर्ड की चूक के चलते एक छात्रा का एक साल बर्बाद हो सकता है। बताया जा रहा है कि उक्त छात्रा की गणित विषय की परीक्षा ली जानी चाहिए थी, लेकिन उसे गृह विज्ञान का पेपर दे दिया गया। मामला किशनगंज के सरस्वती विद्या मंदिर सेंटर का है।
बिहार में एक फरवरी से शुरू हुई इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर सख्त नियम कई छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। कुछ मिनट लेट होने पर परीक्षा केंद्र में छात्रों को इंट्री नहीं मिल रही है, जिस कारण छात्र परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं।