विपक्षी विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानसभा में घोषणा की थी कि शिक्षक कक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले यानी सुबह 9.45 बजे स्कूल आएंगे और कक्षा समाप्त होने के 15 मिनट बाद यानी 4:15 बजे वापस जाएंगे। शिक्षा विभाग ने अभी तक इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है।
वर्ष 2006 में पटना विश्वविद्यालय से जुड़े विभिन्न कॉलेजों से इन्टर स्तर की पढ़ाई बंद की गई थी। इसके बाद अन्य विश्वविद्यालय के अंतर्गत कॉलेजों से भी इंटर की शिक्षा को अलग किया जाना था, ताकि राज्य के प्लस टू स्कूलों में इंटर (+2) स्तर की शिक्षा दी जा सके।
नियमावली के मुताबिक़, राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में हेडमास्टरों की बहाली के लिये बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा का आयोजन करेगी। इस परीक्षा में कोई भी शिक्षक, जिनके पास सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में न्यून्तम 8 वर्षों का शिक्षण अनुभव हो, भाग ले सकते हैं। लेकिन, इसके लिये शिक्षकों की उम्र 58 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिये।
नीतीश कुमार ने कहा था, “डिपार्टमेंट ने 9 बजे से 5 बजे (स्कूल का समय) तक किया था। हमने तो पहले ही कहा था कि 9 बजे से 5 बजे नहीं होना चाहिये। 10 बजे से 4 बजे होना चाहिये।”
सरकारी स्कूलों में अब पहली घंटी 10:00 से 10:40 बजे तक, दूसरी घंटी 10:40 से 11:20 बजे तक, तीसरी घंटी 11:20 से 12:10 बजे तक और चौथी घंटी 12:10 से 12:50 बजे तक होगी।
बिहार में डोमिसाइल नीति को लागू करने को लेकर चंद्रशेखर ने कहा कि वह डोमिसाइल नीति को लागू करवाने के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कई बार गये थे, लेकिन नीतीश कुमार ने 25 जून को डोमिसाइल नीति को निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि ना चाहते हुए भी उनको यह फैसला स्वीकार करना पड़ा।
पहले स्कूलों में पढ़ाई का समय शाम 4 बजे तक था, जिसे बढ़ाकर 5 बजे तक कर दिया गया था। इस अतिरिक्त एक घंटे में ‘मिशन दक्ष’ के तहत कमज़ोर छात्रों के लिये पढ़ाई की व्यवस्था की गई है।
बिहार में सरकारी स्कूलों में चल रहे विभिन्न कार्यों (मरम्मती, सौंदर्यकरण आदि) को लेकर 31 मार्च तक शिक्षा विभाग ने सभी छुट्टियों को रद्द कर दिया है।
केके पाठक ने जिला पदाधिकारियों को अपने स्तर से मासिक तौर पर इन सभी मामलों की समीक्षा करने और इनके विरुद्ध नियोजन इकाई द्वारा प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है कि ये सभी शिक्षक सक्षमता परीक्षा में न बैठ सकें।
CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शिक्षक अभ्यर्थियों को ‘सीटीईटी जनवरी 2024 रिजल्ट’ पर क्लिक करना होगा। फिर अगले पेज पर अपना रोल नंबर अंकित कर अभ्यर्थी अपना रिजल्ट देख सकेंगे।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने पहले ही शिक्षकों से कहा था कि उन्हें हड़बड़ी नहीं दिखानी चाहिये और अध्यापन में रूचि लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में शिक्षा का माहौल बन गया है और अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षा व्यवस्था में सुधार स्पष्ट रूप से दिख रहा है।
सक्षमता परीक्षा के सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। सभी प्रश्न एक-एक अंक का होगा और इसमें निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं होगा। सक्षमता परीक्षा में प्रश्नों की संख्या 150 होगी।
सक्षमता परीक्षा में सफल सभी अभ्यर्थियों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा, जिस पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के डिजिटल हस्ताक्षर होंगे। ऐसे शिक्षकों को ‘विशिष्ट शिक्षक’ कहा जायेगा।
परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों में आठ लाख 22 हजार से अधिक छात्र और आठ लाख 72 हजार छात्राएं शामिल हैं। इस साल लड़कों से अधिक लड़कियां इस परीक्षा में शामिल होंगी।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने आईआईटी जेईई मेंस परीक्षा का रिज़ल्ट जारी कर दिया है। अभी आईआईटी जेईई मेंस परीक्षा के पेपर-1 (बीटेक और बीई) का रिज़ल्ट जारी हुआ है। परीक्षा में 23 छात्रों को संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त हुआ है।