बिहार में छात्रों के आन्दोलन के बाद शिक्षा विभाग ने सत्र 2023-25 के छात्रों का जहां एडमिशन है, वहीं से इंटर की पढ़ाई करने और परीक्षा देने की इजाज़त दे दी है। गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है।
दरअसल, राज्य के कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2023-25 के लिए कक्षा-11वीं में नामांकित व अध्ययनरत विद्यार्थी अपनी वार्षिक परीक्षा की समाप्ति के बाद कक्षा-12वीं में नामांकन के लिये संबंधित वेबसाइट (OFSS पोर्टल) पर गये तो पाया कि जिन डिग्री कॉलेजों में उनका एडमिशन है, वे काॅलेज विकल्प के तौर पर शामिल नहीं हैं।
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अपने कॉलेजों का विकल्प ना पाकर छात्र सड़कों पर उतर आए। गुरुवार को ही पटना में छात्रों ने बिहार के सत्तारूढ़ दलों जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आश्वासन के बाद छात्रों ने प्रदर्शन खत्म किया।
विभाग ने बताया है कि छात्रहित को ध्यान में रखते हुए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि लाइव किये गये OFSS पोर्टल पर उन सभी कॉलेजों को विकल्प के तौर पर शामिल कर दिया जिएगा, जहाँ कक्षा 11वीं में विद्यार्थियों का एडमिशन है और वे पढ़ रहे हैं।
विद्यार्थी यदि चाहें तो कक्षा-11वीं की वार्षिक परीक्षा में पास होने के बाद उसी कॉलेज में कक्षा 12वीं में नामांकन लेकर अध्ययन जारी रख सकते हैं।
बताते चलें कि राज्य के कॉलेजों से वर्तमान में संचालित इन्टर स्तर की पढ़ाई को शैक्षणिक सत्र 2024-26 से समाप्त करने का विभाग ने फैसला लिया है। अब सिर्फ राज्य के इंटर स्तरीय स्कूलों (प्लस टू स्कूल) में इंटर की पढ़ाई होगी।
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