पिछले दो दिनों की तेज़ आंधी और मूसलाधार बारिश ने बिहार के किशनगंज में मक्के की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत भोगडाबर पंचायत के दर्जनों मक्का किसान बारिश और आंधी से हुए नुकसान से काफी चिंतित हैं। अधिकतर किसानों ने खेती के लिए हज़ारों रुपये के क़र्ज़ लिए थे लेकिन फसलों के नुकसान से वे भयभीत हैं।
देर रात आए तूफ़ान और तेज़ बारिश ने खुश मोहम्मद की मक्का फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। खुश मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने 1 लाख की लागत से 5 बीघा जमीन पर मक्के की खेती की थी। तूफान और बारिश से साढ़े तीन से चार बीघे में लगायी गयी मक्के की फसल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
एक अन्य मक्का किसान मुख़्तार नोमानी की ढाई बीघा खेती तूफ़ान की भेंट चढ़ गई। उन्होंने 70 हज़ार रुपये क़र्ज़ लेकर अपने खेत में मक्के की फसल लगाई थी जो अब पूरी तरह से जमींदोज़ हो चुकी है। मुख़्तार ने जिला कृषि विभाग के नाम एक पत्र लिख कर सरकार से मुआवज़े की मांग की है।
इस मामले में किशनगंज जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने बताया कि पिछले दो दिनों में जिले में 10.24 mm बारिश हुई है। अचानक तेज़ बारिश और तूफ़ान के आने से ठाकुरगंज इलाके में 169.27 हेक्टेयर में लगाई गयी फसल को नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।
आगे उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त फसलों की जांच की जा रही है। यदि 33 फीसदी से अधिक फसलों को क्षति पहुंचती है, तो उस पर मुआवजे का प्रावधान है। वास्तविक सत्यापन के बाद विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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