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किशनगंज के दिघलबैंक में हाथियों ने मचाया उत्पात, कच्चा मकान व फसलें क्षतिग्रस्त

तीन दिन पूर्व आठगछिया पंचायत के तलवार बंधा में भी हाथियों ने उत्पात मचाते हुए एक कच्चे मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया था और खेतों में घुसकर मक्के की फसल और केले के पेड़ों को नष्ट कर दिया था। सीमावर्ती इलाकों में हाथियों के डर से लोगों में डर फैला हुआ है और वे रतजगा कर रात गुजारने पर मजबूर हैं।

Md Akil Alam Reported By Md Akil Aalam |
Published On :
elephants damaged houses and crops in dighalbank of kishanganj

बिहार के किशनगंज जिला अंतर्गत दिघलबैंक प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में नेपाल के रास्ते आनेवाले हाथियों का उत्पात फिर से शुरू हो गया है। मंगलवार रात छह हाथियों का झुंड नेपाल के रास्ते डोरिया गांव घुस आया और गांव निवासी तमु लाल सिंह के कच्चे घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद हाथियों ने डोरिया निवासी चंचल सिन्हा के दरवाजे पर दो घंटे तक डेरा जमाए रखा।


चंचल सिंह ने बताया कि अचानक एक बजे रात को उनके दरवाजे के सामने छह हाथियों का झुंड आकर खड़ा हो गया। हाथियों ने उनके पक्के मकान के बरामदे में रखे तैयार धान खा लिया‌ डरे सहमे परिवार वाले घर के अंदर दुबके रहे। गांव वालों ने बाहर से हाथियों को भगाने का प्रयास किया पर हाथियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। करीब दो घंटे बाद हाथियों का झुंड स्कूल के बगल वाले रास्ते से होते हुए नेपाल की तरफ लौट गया।

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तीन दिन पूर्व आठगछिया पंचायत के तलवार बंधा में भी हाथियों ने उत्पात मचाते हुए एक कच्चे मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया था और खेतों में घुसकर मक्के की फसल और केले के पेड़ों को नष्ट कर दिया था। सीमावर्ती इलाकों में हाथियों के डर से लोगों में डर फैला हुआ है और वे रतजगा कर रात गुजारने पर मजबूर हैं।


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Md Akil Alam is a reporter based in Dighalbank area of Kishanganj. Dighalbank region shares border with Nepal, Akil regularly writes on issues related to villages on Indo-Nepal border.

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