अररिया के पुलिस कर्मियों की पदोन्नति हुई है। मंगलवार को अररिया पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने जिले के 20 से अधिक पदोन्नत पुलिस अधिकारियों को बैज लगाकर सम्मानित किया।
सुशील कुमार ने कहा कि शिक्षक बहाली की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। उन्होंने अभ्यर्थियों को किसी भी तरह के झांसे में नहीं आने और ऐसे फोन कॉल्स के बारे में उचित फोरम पर शिकायत करने की सलाह दी है।
आपको बता दें बिहार-बंगाल सीमा पर स्थित इस्लामपुर बाजार पश्चिम बंगाल स्थित उत्तर दिनाजपुर जिले के अंतर्गत आता है। रोज़ाना हजारों की संख्या में बिहार के लोग जूट, धान, राशन, फर्नीचर, सब्जी खरीदने से लेकर इलाज करवाने तक इस्लामपुर बाजार आते हैं।
कार्यक्रम में लोगों से संवाद के लिए जिला पदाधिकारी इनायत खान मंच से उतर कर लोगों के बीच भी गईं और जन संवाद कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में बताया।
बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत, बिहार में नए उद्योग शुरू करने के लिए सहायता राशि उपलब्ध है। योजना के अनुसार, चयनित उद्यमी को कुल 10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी, जिसमें 5 लाख रुपये अनुदान और 5 लाख रुपये ऋण के रूप में होगा। ऋण ब्याज मुक्त होगा और इसे 7 वर्षों में वापस करना होगा।
बुधवार 13 सितंबर को बिहार सरकार के गृह विभाग ने भारतीय पुलिस सेवा की 2 और बिहार पुलिस सेवा के 33 पदाधिकारियों के तबादले का एलान किया। तबादला होने वाले अधिकारियों की सूचि में 8 अनुमंडल पदाधिकारी शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जिले में जितने भी मोबाइल फोन चोरी हो गए हैं, छीने गए हैं या किसी भी तरह से गुम हो गए हैं, उन्हें बरामद कर उसके मालिक तक विधिवत पहुंचाया जा रहा है।
वनों के क्षेत्र पदाधिकारी उमानाथ दूबे की अगुवाई में चली कार्रवाई में वन कर्मियों व दिघलबैंक थाना पुलिस ने तुलसिया पुराना मार्केट स्थित आरा मिल पहुंच कर मिल को सील किया व मिल चलाने के लिए उपयोग में लायी जाने वाली कई प्रकार की मशीनों को भी अर्थमूवर की मदद से उखाड़ कर जब्त किया है।
शहीद दरोगा अररिया जिले के पलासी प्रखंड स्थित दिघली गांव के रहने वाले थे। उनके निधन के बाद से ही राजनीतिक माहौल गरमाने लगा था। सभी विरोधी दलों के नेता सरकार से मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।
जहानाबाद जिले के टिकुलिया गांव के रहने वाले 55 साल के बृजलाल यादव 12 दिसम्बर 2021 की दोपहर खेत में धान की कटनी कर रहे थे, तभी उन्हें खबर मिली कि काको थाने की पुलिस उनके घर पर छापेमारी करने पहुंची है। वह खेत से भाग गये। बाद में जब पुलिस छापेमारी कर लौट गई, तो वह घर पहुंचे।
सूची के प्रकाशन के 15 दिनों के अंदर अभ्यर्थी अपनी आपत्ति दे सकते हैं। प्रकाशन की सूचना समाचार-पत्र तथा जिला वेबसाइट पर प्रकाशित की जायेगी। संबंधित अभ्यर्थियों को ईमेल पर भी सूचना भेज दी जाएगी। दावा आपत्ति के बाद बहाली प्रक्रिया की आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार ने सहरसा में नए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के निर्माण को सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में झंतोत्तोलन के बाद दिए अपने भाषण में सहरसा में नए मेडिकल कॉलेज […]