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Politics

सहरसा में CPI ने 17 सूत्री मांगों के साथ विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला, थाना प्रभारियों के खिलाफ नाराजगी

AIMIM नेता अख्तरुल ईमान ने वक्फ संशोधन बिल को बताया भारतीय मुसलमानों के ताबूत में आखिरी कील

जनसंख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में कांग्रेस विधायक इजहारुल हुसैन, कहा – “मात्र एक बच्चा हो”

Politics की अन्य ख़बरें

स्कूल से कॉलेज तक टॉपर रहे CPI(M) नेता सीताराम येचुरी राजनीति में कैसे आये?

दिल्ली में उन्होंने प्रेसिडेंट्स इस्टेट स्कूल में दाखिला लिया और सीबीएससी बोर्ड से हायर सेकेंडरी परीक्षा में पूरे भारत में अव्वल स्थान हासिल किया।

‘जेल में 90% आदमी हमारे लोग हैं’, राजद विधायक इज़हार असफी की शिक्षक को धमकी

किशनगंज जिले के कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक इजहार असफी का धमकी भरा वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एक शिक्षक को जेल के अंदर अपने गुंडों से पिटवाने की धमकी देते नजर आ रहे हैं।

कटिहार के कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम का होगा कायाकल्प, कटिहार सांसद ने लिया जायजा

इसी सिलसिले में कटिहार के सांसद तारिक अनवर ने राजेंद्र आश्रम का दौरा किया और कार्यालय की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील यादव और इंजीनियर भी मौजूद थे।

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोध में AIMIM की बैठक, “वक़्फ़ ज़मीनों पर क़ब्ज़ा की है कोशिश”

किशनगंज के अंजुमन इस्लामिया में AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में वक़्फ़ संशोधन बिल-2024 के विरोध में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ एक आक्रोश गोष्ठी का आयोजन किया गया।

उत्तर बंगाल: अलग राज्य का मुद्दा, राजनीति और हकीकत

उत्तर बंगाल की अपेक्षा के चलते अलग राज्य का मुद्दा बीते कई वर्षों से उठता आ रहा है। मगर हालिया प्रस्ताव के संदर्भ में देखें तो यह पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और दक्षिण दिनाजपुर जिला अंतर्गत बालुरघाट लोकसभा क्षेत्र से सांसद व मोदी सरकार में राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार के प्रयासों व बयानों का ही परिणाम माना जा रहा है।

जन सुराज ने बिना सहमति के जिला कार्यवाहक समिति में डाले नेताओं के नाम

लॉन्चिंग से पहले जिलावार पार्टी की कार्यवाहक समिति की घोषणा की जा रही है। प्रत्येक ज़िले की लिस्ट में सैकड़ों नाम शामिल हैं। लेकिन, लिस्ट में मौजूद कई नेता दूसरी पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं या उनसे जन सुराज ने किसी तरह सहमति नहीं ली है या न ही उन्हें इसकी सूचना दी है।

राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने दिया पार्टी से इस्तीफा

श्याम रजक पटना फुलवारी शरीफ विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रह चुके हैं। पहले जनता दल, फिर राजद और 2010 व 2015 में जदयू के टिकट पर चुनाव जीते और बिहार सरकार में मंत्री भी बने थे। 2020 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने जदयू से इस्तीफ़ा दे दिया और राजद में वापस लौट गए थे। लेकिन महागठबंधन में ये सीट भाकपा माले (लिबरेशन) के हिस्से में चली गई और पार्टी के उम्मीदवार गोपाल रविदास यहाँ से चुनाव भी जीत गए।

राज्यसभा उपचुनाव: एनडीए की तरफ़ से उपेन्द्र कुशवाहा और मनन कुमार मिश्र ने भरा पर्चा

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने राज्यसभा उपचुनाव के लिये अपना नामांकन दाख़िल कर दिया है। उन्होंने एनडीए समर्थित उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा भरा।

जन सुराज बनने से पहले ही संगठन के अंदर विरोध शुरू, गुस्से में हैं कार्यकर्त्ता

मंगलवार को किशनगंज में जिला कार्यवाहक समिति की घोषणा की गई। लेकिन, इस दौरान पार्टी के कुछ नेताओं ने कोई भी पद नहीं मिलने से जमकर नाराज़गी जताई और जन सुराज का पट्टा गले से उतार कर फेंक दिया।

प्रदेश अध्यक्ष से मिलने आयी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ BJP नेताओं ने किया गलत व्यहवार

स्वास्थ्य कर्मी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर अपनी मांगों को लेकर घेराव कर रहे थे। वे अपने हाथों में बैनर पोस्टर लिए हुए थे और अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे थे, इसी दौरान डॉ दिलीप जायसवाल जैसे ही नगर भवन पहुंचे स्वास्थ्यकर्मी प्रदेश अध्यक्ष से मिलने की कोशिश करने लगे। उनका आरोप है इसी दौरान भाजपा के नेताओं ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी और उनसे गलत व्यहवार किया।

बिहार की दो राज्यसभा सीट समेत 12 सीटों के लिये 3 सितंबर को वोटिंग

राज्यसभा सांसद मीसा भारती और विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से बिहार के कोटे की दो राज्यसभा सीटें ख़ाली हुई हैं। बताते चलें कि लोकसभा चुनाव-2024 में मीसा भारती पाटलिपुत्र और विवेक ठाकुर नवादा से सांसद निर्वाचित हुए हैं।

बिहार: राजद एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता क्यों हुई रद्द?

राजद नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि (यह) लोकतंत्र की हत्या है। नारेबाजी सब करते हैं। उनकी (सुनील सिंह) चिट्ठी रिसीव भी नहीं की गई है। तीन-चार महीने पहले जब विपक्ष में बीजेपी वाले थे, तब हमेशा वेल में आकर खड़े रहते थे। सदन चलने नहीं देते थे, वह सब भूल गये हैं।

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किशनगंज में लो वोल्टेज की समस्या से बेहाल ग्रामीण, नहीं मिल रही राहत

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362 बच्चों के लिए इस मिडिल स्कूल में हैं सिर्फ तीन कमरे, हाय रे विकास!