बीते 14 मई को India Today की North East केंद्रित इंग्लिश न्यूज़ वेबसाइट indiatodayne.in पर एक खबर चली – “किशनगंज में असम के युवक की बेरहमी से हत्या, परिवार न्याय मांग रहा है।” इस खबर में सूत्रों के हवाले से लिखा गया कि असम के गोहपुर निवासी बाबुल बरुआ, दादरा और नगर हवेली में पिछले छह सालों से काम करता था। ट्रेन से अपने घर असम जाते हुए उसने किशनगंज स्टेशन पर दो यात्रियों की हत्या होते देखी। उसने डर से अपनी पत्नी से फोन पर संपर्क किया और घटना की जानकारी दी। खबर में आगे लिखा गया है, “बदमाशों ने अंततः बाबुल को पकड़ लिया और उसे भी क्रूर तरीके से मार डाला।”
यह खबर सबसे पहले India Today में चली। उसके बाद News18 Assam / Northeast के साथ-साथ असम के कई स्थानीय वेबसाइट जैसे Pratidin Time, Sentinel Assam और Assam Tribune पर भी यह खबर चली। इन ख़बरों को परिवार के आरोपों और सूत्रों के आधार पर चलाया गया। India Today देश के सबसे बड़े मीडिया समूहों में से एक है। India Today चैनल और मैगज़ीन के साथ-साथ ‘आज तक’, ‘लल्लनटॉप’ और ‘बिहार तक’ इसी समूह का हिस्सा हैं। इनका नेटवर्क पूरे देश में फैला है। फिर भी India Today ने ट्रेन में कथित तीन हत्याओं से जुड़ी इस खबर को चलाने से पहले रेलवे पुलिस से कोई पुष्टि नहीं की। इनकी इस लापरवाही के बाद असम के लोगों ने इस ख़बर को हमारे कमेंट बॉक्स में डालना शुरू किया। मंगलवार को हमने इस खबर की तहकीकात की।
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किशनगंज पुलिस द्वारा 16 मई को जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि 14 मई को किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर हमसफ़र एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। इस संबंध में कांड दर्ज़ कर शव की पहचान की प्रक्रिया शुरू की गई। इसी दौरान असम पुलिस द्वारा किशनगंज रेल पुलिस से संपर्क कर उक्त व्यक्ति की गुमशुदगी की बात बताई गई। पूछताछ में मृतक की पत्नी ने बताया कि बाबुल बरुआ मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस से गुवाहाटी आ रहा था। ट्रैन में अन्य लोगों से बहस होने के कारण वह किशनगंज स्टेशन पर उतर गया था।
किशनगंज जीआरपी थाना अध्यक्ष नितेश कुमार बताते हैं, लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस में कोई हत्या नहीं हुई है। गलत ख़बरें चलाई जा रही हैं। बाबुल की पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं। ट्रेन में अन्य दो हत्याओं की बात को भी पुलिस ने अफवाह बताते हुए कहा है कि लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस ट्रेन में न्यू जलपाईगुड़ी और गुवाहाटी तक पता किया गया, लेकिन कोई अन्य शव नहीं मिला है।
वहीं मृतक के शव को लेने किशनगंज आए परिजनों के मुताबिक, बाबुल बरुआ दादरा और नगर हवेली में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी करता था। मां के बीमार पड़ने के चलते 12 मई को नासिक से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन पर सवार होकर असम लौट रहा था। परिजनों ने बताया कि मृतक ने मौत से पूर्व 14 मई की सुबह को अपनी पत्नी को फ़ोन कर बताया था कि कुछ लोग उसे जान से मारना चाहता है, बाद में उसका फ़ोन स्विच ऑफ हो गया।
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