पूर्णिया से इस्लामपुर सेक्शन के निर्माण कार्य में 726.40 करोड़ रुपये खर्च हुए। जबकि इस मार्ग पर मौजूद दो टोल प्लाज़ा बरसोनी और सुरजापुर में कुल 954.45 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं।
कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत मुकुरिया पंचायत के जितवारपुर गांव में रहने वाली शेहरून खातून का कोई बच्चा नहीं है और उनके पति कमीरूद्दीन की मृत्यु पांच वर्ष पहले हो चुकी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा 23 जनवरी को सहरसा पहुंचेगी। जिस गांव में सीएम नीतीश कुमार को आना है वहां की हालत काफी दयनीय है।
स्टेशन पर सर्द रातों के अलावा चोरी की घटनाओं से बेगम और मोहम्मद वारिस जैसे कई बेघर लोग परेशान हैं जबकि किशनगंज के आश्रय स्थल में अधिकतर बेड खाली पड़े हैं।
ज़िले के नौहट्टा प्रखंड स्थित हाटी घाट पर स्थानीय लोग वर्षों से एक पुल की मांग कर रहे हैं जिसके लिए अब तक कोई प्रशासनिक पहल नहीं की गई है।
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस पर सहरसा के दिव्यांगजन अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे
बिहार पुलिस की तैयारी कराने वाले गुरु रहमान कहते हैं, “पर्षद साफ तौर पर बैक डेट का एनसीएल सर्टिफिकेट चाह रहा है, जो संभव नहीं है।”
भारत सरकार के National Cooperative Database पर मौजूद आकड़ों के अनुसार, बिहार में 29 तरह की कुल 25,580 सहकारी समितियां हैं।
शहर के बीचोंबीच बहने वाली रमज़ान नदी के जीर्णोद्धार कार्य के लिए लगभग ₹12 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
साल 2008 में परिसीमन के बाद तरारी सीट पर तीन बार विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें से एक बार जदयू और दो बार भाकपा-माले की जीत हुई है।
5 अक्टूबर को स्कूल से लौट रहे दर्जनों बच्चों पर अचानक कुत्तों ने हमला कर दिया, जिससे कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
जो कुछ मुट्ठीभर लोग कैथी जानते भी हैं, वे कैथी लिपि में लिखे दस्तावेज पढ़ने के लिए मोटी रकम की डिमांड कर रहे हैं।