बुधवार को बिहार के कटिहार जिले के एक गांव में भीषण आग लगने से 200 से अधिक घर जल गए। मामला बारसोई प्रखंड की आबादपुर पंचायत अंतर्गत मादारगाछी गांव का है जहां 185 परिवारों के 200 से अधिक घर आग की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई। चश्मदीदों के अनुसार, बुधवार को दिन के लगभग 2 बजे मादारगाछी गांव के वार्ड नंबर 2 और 3 में अचानक आग लग गई। गांव के एक घर से आग शुरू हुई जो देखते ही देखते कई घरों तक फैल गई।
इस घटना में करीब एक दर्जन से अधिक गैस सिलिंडर फट गए, कई मोटरसाइकिल जलकर राख हो गए और एक दर्जन से अधिक मवेशियों की मौत हो गई। इस भयावह अग्निकांड में लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि आग इतनी तेज़ी से फैली कि लोग अपने घर से सामान भी नहीं निकाल पाए।
कुछ ग्रामीणों ने पंपिंग सेट लगाकर पाइप के जरिए आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन लगातार गैस सिलिंडर फटने से आग बुझाने में काफी कठिनाइयां हुईं। घटना की सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी ने दमकल के तीन वाहनों को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। आग बुझाते बुझाते दमकल का पानी खत्म हो गया जिसके बाद ग्रामीणों ने पंपिंग सेट के जरिए दमकल में पानी भरा।
लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया तब तक 185 परिवारों के घर बुरी तरह झुलस चुके थे। इस घटना में एक महिला की मृत्यु हो गई वहीं कई बच्चे ज़ख्मी हुए जिन्हें ग्रामीणों की मदद से घर से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
पीड़ित परिवार के लिए नए घरों की मांग
इस दुर्घटना में ग्रामीणों का काफी नुकसान हुआ है जिसके लिए वह सरकार से अनुदान की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी मोहम्मद फखरुद्दीन ने कहा कि इस गांव में अधिकतर लोग बीपीएल कार्ड धारक हैं। आग ने ग्रामीणों को बहुत हानि पहुंचाई है। उन्होंने सरकार से पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा और खाने के लिए राशन देने की मांग की।
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मो फखरुद्दीन ने कहा, “यहां कोई चिकित्सक या वेटनरी डॉक्टर मौजूद नहीं है। मैंने एसडीओ साहब को पूरी जानकारी दी है, उन्होंने कहा है कि वह व्यवस्था कर के भेज रहे हैं। यहां अधिकतर लोग गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले हैं। उनके रात में रहने के लिए स्कूल या कोई सामुदायिक भवन की व्यवस्था हो।”
बारसोई पंचायत समिति सदस्य अनवारुल हक़ ने कहा कि आग एक घर से शुरू हुई और आधे घंटे के अंदर पूरा गांव इसकी चपेट में आ गया। एक मौत हुई है जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने मांग की कि जिन लोगों के घर जल चके हैं उन्हें सरकार एक कॉलोनी बनाकर नए घरों में बसाए।
एसडीएम ने दिया हर संभव सहायता देने का आश्वासन
घटना के बारे में बारसोई एसडीएम दीक्षित श्वेताम ने बताया कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी। लोगों को रहने के लिए स्कूल तथा सरकारी भवन की मदद ली जा रही है। इसके साथ साथ खाने के लिए सूखा राशन तथा कम्युनिटी किचन का प्रबंध भी किया गया है।
आगे उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना क्षेत्र में न फैले इसके लिए सभी लोगों से अपील की जा रही है कि खाना पकाने के बाद चूल्हे पर एक बाल्टी पानी अवश्य डालें इससे आगलगी की घटना पर काबू किया जा सकता है।
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