किशनगंज में आईपीएल के तर्ज पर किशनगंज प्रीमियर लीग (केपीएल) नाम से एक प्रतियोगिता की शुरुआत की गई है।
दार्जिलिंग में जिधर देखिये उधर फुटबॉल खिलाड़ियों के पोस्टर और उनके देशों के झंडे दिखेंगे। खासतौर पर जर्सी और झंडे बेचने वाली दुकानों में काफी भीड़ देखी जा रही है।
31 खिलाडियों की इस लिस्ट में किशनगंज के साकिब क़मर का भी नाम शामिल किया गया है। इस खबर से साकिब क़मर के घर में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी।
बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के बीच हुए मैत्री वॉलीबॉल मैच में बीएसएफ की टीम ने 2-0 से मैच जीत लिया।
कबड्डी प्रेम को नया आयाम देने के लिए अररिया की बेलवा पंचायत स्थित मिर्जा भाग बैरियर चौक में शनिवार 15 अक्टूबर को कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया।
1930 के दशक में भारतीय फुटबॉल टीम एशिया की सबसे धारदार टीमों में से एक थी। उन्हीं दिनों भारत XI की टीम इंडोनेशिया XI से एक मैच खेल रही थी। मैच के आखिरी कुछ मिनट बचे थे, तब तक दोनों टीम कोई भी गोल नहीं कर सकी थी। मैच ड्रा की तरफ बढ़ ही रहा […]
भारत में भी अगर बात की जाए बिहार की, तो बिहार फुटबॉल टीम ने आखिरी बार साल 2001 में कोई ट्रॉफी जीती थी जिसका नाम मीर इकबाल हुसैन ट्रॉफी है। इसके बाद 2015 में संतोष ट्रॉफी के लिए बिहार फाइनल्स क्वालीफाई नहीं कर पाया था। संतोष ट्रॉफी के इतिहास में बिहार अभी तक विजेता नहीं बन सका है।
किशनगंज बिहार के सबसे पिछड़े ज़िलों में से एक है, लेकिन इस ज़िले में शतरंज के बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद हैं। कह सकते हैं कि किशनगंज न केवल राज्य में शतरंज में अव्वल है, यहां का शतरंज संघ भी बिहार के सबसे पुराने जिला संघ में से एक है। किशनगंज हर साल बिहार को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं […]
पूर्णिया जिला क्रिकेट संघ द्वारा जिला क्रिकेट लीग का 34वां एवं जूनियर डिवीजन का 20वां मैच एकलव्य क्रिकेट क्लब बनमनखी बनाम कुमार इलेवन क्रिकेट क्लब के बीच खेला गया।
सरसी क्रिकेट क्लब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 35 ओवर के मैच में 33.3 ओवर में अपने सभी 10 विकेट खोकर 123 रन बनाए।