सऊदी अरब के शहर जेद्दाह में सड़क दुर्घटना का शिकार हुए किशनगंज के शाह आलम की लाश उनके गांव रसूलगंज लाइ गई। बीते 31 अक्टूबर को कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत नज़रपुर पंचायत के रसूलगंज निवासी शाह आलम की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। लाश को भारत लाने में करीब 17 दिनों का समय लगा। मृतक शाह आलम सऊदी अरब में नाडेक नाम की कंपनी में काम करते थे।
परिजनों ने बताया कि मृतक का विवाह डेढ़ साल पहले ही हुआ था और उनकी 9 महीने की एक बेटी है। शाह आलम मृत्यु के 25 दिनों पहले ही सऊदी अरब गए थे। मृतक के भाई ज़ुलक़रनैन ने बताया कि उनके भाई ने सऊदी अरब जाने से पहले काफी क़र्ज़ लिया था। घर में अब पत्नी और छोटी बेटी है जिसके भरण पोषण और बाकी खर्चों के लिए परिवार वाले राज्य सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहे हैं।
शाह आलम की मौत की खबर मिलने पर परिजनों ने पूर्व विधायक मुजाहिद आलम से संपर्क किया और लाश को गांव लाने के लिए उनसे मदद मांगी। परिजनों ने बताया कि मुजाहिद आलम ने तत्परता दिखाते हुए लाश को निजी खर्च पर एयरपोर्ट से मृतक के पैतृक गांव मंगवाया।
कोचाधामन के पूर्व विधायक और जदयू नेता मुजाहिद आलम ने बताया कि रसूलगंज निवासी शाह आलम की मौत की सूचना मिलने पर उन्होंने जेद्दाह में रह रहे इलाके के कुछ लोगों से बात की और सऊदी अरब में मौजूद भारतीय दूतावास के सहयोग से लाश किशनगंज के रसूलगंज गांव लाइ गई।
मृतक के परिजनों को मुआवजे के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुर्घटना का शिकार हुए श्रमिकों को राज्य सरकार के श्रम संसाधन विभाग की तरफ से 1 लाख 25 हज़ार रुपये दिये जाते हैं। जल्द ही पीड़ित परिवार को यह रकम दिलाने का प्रयास करेंगे। साथ ही नाडेक कंपनी की तरफ से इंश्योरेंस की रकम भी मिलने की उम्मीद है।
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