मंगलवार को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सहयोग से चल रहे जन निर्माण केंद्र और ‘बचपन बचाओ’ आंदोलन की टीम ने संयुक्त रूप से किशनगंज रेलवे स्टेशन प्लेटफाॅर्म-1 तथा 2 पर रेलवे सुरक्षा बलों के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान प्लेटफार्म नंबर दो पर तीन नाबालिग बच्चे संदिग्ध अवस्था में मिले। पूछताछ के दौरान पता चला कि तीनों नाबालिग बच्चों को बेंगलुरु और चेन्नई में बाल मजदूरी कराने के लिए ले जाया जा रहा था।
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रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा बच्चों के ले जा रहे तीन व्यक्तियों को पकड़ कर जीआरपी थाना किशनगंज के हवाले कर दिया गया।
आरोपियों की पहचान किशनगंज के दिघलबैंक थाना निवासी नौशाद आलम, कटिहार के फलका थाना निवासी सुख्खर कुमार और अररिया जिला के अररिया थाना निवासी मो. अबरार के रूप में हुई है।
तीनों बच्चों को जन निर्माण केन्द्र की टीम ने चिकित्सीय जांच के उपरांत बाल कल्याण समिति किशनगंज के समक्ष प्रस्तुत किया। बाल कल्याण समिति किशनगंज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीनों बच्चों को बाल गृह कटिहार में आवासित करने के लिए जिला परियोजना समन्वयक मुजाहिद आलम को निर्देश दिया।
मुजाहिद आलम ने बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार उक्त तीनों बच्चों को कटिहार स्थित बाल गृह में आवासित करवा दिया है। वहां पर उनकी कॉउंसिलिंग की जाएगी।
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