मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ अपनी तस्वीर फेसबुक पर शेयर करते हुए पप्पू यादव ने लिखा कि कांग्रेस की विचारधारा से वह पहले से ही जुड़े हुए हैं तथा सामाजिक न्याय की लड़ाई हो या मानव सेवा और जन कल्याण की बात हो, वह मुखरता से आवाज बुलंद करते रहेंगे।
पप्पू यादव 1991 (चुनाव आयोग द्वारा परिणाम पर रोक के बाद 1995 में आया रिजल्ट), 1996 और 1999 में पूर्णिया से चुनाव जीते थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के उदय सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह ने उन्हें 12,883 वोटों के अंतर से हराया, जिसके बाद यादव मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे।
पिछले कुछ चुनावों के आकड़े देखें तो अररिया में जीत या हार के बावजूद राजद सिर्फ दो ही विधानसभा क्षेत्र जोकीहाट और अररिया में बढ़त ले पाती है। इस बार भी वही हुआ है, लेकिन 2019 के मुक़ाबले राजद का वोट सभी छः विधानसभा क्षेत्रों में बढ़ा है, जबकि भाजपा का वोट नरपतगंज, रानीगंज और सिकटी विधानसभा क्षेत्रों में घटा है। वहीं जोकीहाट और फॉरबिसगंज विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा का वोट एक-एक हज़ार बढ़ा है।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान कुशवाहा ने कहा कि सोशल मीडिया का ज़माना है, उच्च तकनीक है, किसी को कुछ बताने की जरुरत है? उन्होंने आगे कहा कि सबको सब कुछ मालूम है, हमको कुछ नहीं कहना है और हमको कहने की जरुरत भी नहीं है।
मुजाहिद आलम फेसबुक लाइव के दौरान अपने कुछ करीबी लोगों से नाराज़ दिखे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ छल किया जिस कारण उन्हें चुनाव में हार मिली।
संतोष कुशवाहा ने अंतिम समय तक प्रतिस्पर्धा में बरकरार रखने के लिये लोगों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि पूर्णिया के लोगों ने उनको एक बार विधायक और दो बार सांसद बनाया है और इसके लिये वे पूर्णिया की जनता का ताउम्र ऋणी रहेंगे।
इस बार कांग्रेस के 7 मुस्लिम उम्मीदवार, तृणमूल कांग्रेस के 5, समाजवादी पार्टी के 4, इंडियन मुस्लिम लीग के 3, जम्मू कश्मीर नेश्नल कांफ्रेंस के 2, निर्दलीय 2 और AIMIM के एक मुस्लिम उम्मीदवार सांसद बने हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि उनको पूर्णिया के हर वर्ग के लोगों का साथ मिला। पूर्णिया का हर इंसान जो अपने हक की लड़ाई लड़ना चाहता था उसने उनपर भरोसा जताया। आगे उन्होंने कहा कि कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का गढ़ कहा जाता था लेकिन वहां भी उन्हें बढ़त मिली। पूर्णिया में उन्हें हर धर्म, जाति और वर्ग के लोगों ने उन्हें वोट दिया।
गोस्वामी ने हार का ठीकरा अपने ही दलों के नेताओं पर फोड़ा है। हार के कारणों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बहुत लोगों के मन में कटिहार से पार्लियामेंट का चुनाव लड़ने की इच्छा थी और उन इच्छाओं को लोग दबा नहीं सके। माना जा रहा है कि गोस्वामी का यह तंज इशारों-इशारों में कटिहार से एमएलसी अशोक अग्रवाल समेत पार्टी और गठबंधन के बड़े नेताओं पर था।
जीत के बाद मतदाताओं का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्णिया के सभी वर्गों का वोट उनको मिला है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया के लोगों का यह क़र्ज़ वो कभी नहीं चुका पायेंगे। उन्होंने कहा कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को गौरवान्वित करने और भारत को बचाने के लिये इंडिया गठबंधन के साथ आएंगे।
भागलपुर सीट का चुनाव परिणाम आ चुका है। यहां से जदयू के अजय कुमार मंडल चुनाव जीत गये हैं। उन्होंने कांग्रेस के अजीत शर्मा को 104868 वोटों से मात दी है। अजय मंडल को 536031 और अजीत शर्मा को 431163 मत मिले हैं। तीसरे स्थान पर रही बसपा की पूनम सिंह को 12646 वोट प्राप्त हुए। 10 उम्मीदवार अपनी ज़मानत भी नहीं बचा पाये हैं।
बिहार के काराकाट लोकसभा सीट पर भाकपा (माले) के राजा राम सिंह ने बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने निर्दलीय उमीदवार पवन सिंह को 1,05,858 वोटों से हराया। राजा राम सिंह को 36.89% के साथ 3,80,581 वोट मिले। दुसरे स्थान पर रहे पवन सिंह ने 26.63% के साथ 2,74,723 वोट हासिल किए।