प्रशांत किशोर ने बिहार की बदहाली के लिए लालू-नीतीश और भाजपा तीनों को जिम्मेदार ठहराया। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में लोग चार ही मुद्दों पर वोट करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग जाति, धर्म, लालू के डर से भाजपा को और भाजपा के डर से लालू को वोट करते हैं और इन चार मुद्दों का लोगों और बिहार के बच्चों के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है।
गोस्वामी 1995-2000 के बीच बारसोई से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर और 2010-2015 के बीच निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बलरामपुर से विधायक रहे हैं। 2010 के विधानसभा चुनाव में गोस्वामी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कटिहार के बड़े वामपंथी नेता महबूब आलम को हराया था।
पीएम मोदी ने इंडियन ऑयल की 109 किमी लंबी मुजफ्फरपुर-मोतिहारी एलपीजी पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह पाइपलाइन बिहार और पड़ोसी देश नेपाल में स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन तक पहुंच प्रदान करेगी।
भाषण से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे, सड़क, इथेनॉल प्लांट के साथ-साथ अलग-अलग विभागों की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय, बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तथा विजय कुमार सिन्हा और शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।
पटना में एक प्रेस वार्ता में तेजस्वी ने कहा कि वे लोग मजबूती से चुनाव लडेंगे और बिहार से चौंकाने वाला परिणाम आएगा। उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू यादव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिंदू नहीं बताए जाने के मामले पर कहा कि वह भी हिंदू हैं, घर में पूजा-पाठ करते हैं।
भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 29 फरवरी को हुई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई लोग उपस्थित हुए थे। इस बैठक में जो निर्णय लिए गए थे, उसके हिसाब से पार्टी की तरफ से 195 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी गई है, जो 16 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेश की सीटें हैं।
2021 में नीतीश कुमार ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल कराया था, लेकिन वह भाजपा के करीब आ गये और कई मौकों पर जदयू नेतृत्व के खिलाफ काम किया। इससे खफा होकर जदयू ने उन्हें तीसरी दफा राज्यसभा नहीं भेजा और पार्टी में भी उनकी भूमिका कम कर दी, तो आरसीपी भाजपा में शामिल हो गये।
सीमांचल में यात्रा 26 फ़रवरी को आई। अररिया ज़िले के रानीगंज से तेजस्वी यादव का काफिला किशनगंज और पूर्णिया होते हुए देर रात कटिहार पहुंचा। इस दौरान हमने तेजस्वी यादव का एक इंटरव्यू किया, जहाँ सीएम नीतीश कुमार, अधूरे वादे से लेकर सीमांचल में AIMIM की चुनौती को लेकर उनसे बात हुई।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7.64 करोड़ है। इस बार लोकसभा चुनाव में 9.26 लाख वोटर्स पहली बार मतदान करेंगे। यहां 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 21 हजार से अधिक है।
लोकसभा सत्रों में बिहार के किशनगंज लोकसभा सीट से सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आज़ाद का अटेंडेंस 96 प्रतिशत रहा। डॉ. जावेद आज़ाद ने पूरे पांच साल में सत्रों के दौरान कुल 53 डिबेट में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने 229 सवाल पूछे और 6 प्राइवेट मेंबर बिल भी पेश किया।
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 17 फ़रवरी को पूर्णिया के डगरुआ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शाहनवाज़ को लेकर कई बातें कही थीं ।
ओवैसी ने कहा कि मजलिस ने जो सीमांचल के आवाम में सियासी इंक़लाब पैदा किया है, वो ना तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद आया और ना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ना ही तेजस्वी यादव को पसंद आया। उन्होंने कहा कि ये लोग नहीं चाहते हैं कि इनके बीच से सियासी लीडर उभर कर निकले।
बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण के बाद लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हमने सहरसा विधानसभा क्षेत्र के लोगों से उनकी राय जानी। फिलहाल मधेपुरा सीट NDA गठबंधन के पास और जदयू के दिनेश चंद्र यादव यहाँ के सांसद हैं।
2004 और 2009 में यहाँ से भाजपा के उदय सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह जीते, जो फ़िलहाल कांग्रेस में हैं। 2019 का चुनाव भी पप्पू सिंह ने कांग्रेस टिकट पर ही लड़ा था।
पहली और सबसे पुरानी पार्टी है कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यानी CPI या भाकपा। इसकी स्थापना 1920 के दशक में हुई थी। भारतीय राजनीति में जितनी भी लेफ्ट पार्टियां अभी सक्रिय हैं वो कहीं न कहीं इसी पार्टी से निकली हैं।