लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 13 मई को बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, जिसमें उजियारपुर सीट भी शामिल है। उजियारपुर में इस बार भाजपा नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की भिड़ंत बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके राजद नेता आलोक कुमार मेहता से हो रही है। नित्यानंद राय और आलोक मेहता 2014 के लोकसभा चुनाव में भी आमने-सामने थे, जिसमें नित्यानंद राय ने बाज़ी मार ली थी।
उजियारपुर लोकसभा सीट पर अब तक सिर्फ तीन चुनाव ही हुए हैं, क्योंकि यह सीट 2008 के परिसीमन के बाद वजूद में आई है। तीनों ही चुनावों में एनडीए ने इस सीट पर क़ब्ज़ा किया है। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि एनडीए इस सीट पर काफ़ी मज़बूत स्थिति में है।
वहीं, दूसरी ओर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता भी राजद के दिग्गज नेता हैं। वह बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री और राजस्व व भूमि सुधार मंत्री भी रह चुके हैं। वह अब तक तीन बार उजियारपुर विधानसभा सीट से एमएलए भी रहे हैं। वर्तमान में उजियारपुर से ही विधायक हैं।
उजियारपुर लोकसभा सीट
उजियारपुर में 17 लाख से अधिक वोटर हैं, जिसमें पुरुष वोटरों की संख्या 9 लाख से अधिक और महिला वोटरों की संख्या 8 लाख से अधिक है।
उजियारपुर में छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं – पातेपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीननगर और विभूतिपुर। वर्तमान में दो सीटों पर भाजपा, दो पर राजद, एक-एक पर जदयू और सीपीएम के विधायक हैं।
01.01.2024 को प्रस्तावित फाइनल रोल में वोटरों की संख्या | |||||
No. | Assembly Name | Male | Female | Third Gender | Total Voters |
130 | Patepur (SC) | 159510 | 145856 | 9 | 305375 |
134 | Ujiarpur | 161905 | 144328 | 3 | 306236 |
135 | Morwa | 150769 | 135671 | 2 | 286442 |
136 | Sarairanjan | 149483 | 133339 | 3 | 282825 |
137 | Mohiuddinnagar | 141185 | 126826 | 3 | 268014 |
138 | Bibhutipur | 145849 | 130011 | 1 | 275861 |
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटर | 1724753 |
पातेपुर से भाजपा के लखेन्द्र कुमार रौशन, उजियारपुर से राजद के आलोक कुमार मेहता, मोरवा से राजद के रणविजय साहू, सरायरंजन से जदयू के विजय कुमार चौधरी, मोहिउद्दीननगर से भाजपा के राजेश कुमार सिंह और विभुतिपुर से सीपीएम के अजय कुमार फिलहाल एमएलए हैं।
उजियारपुर सीट का इतिहास
उजियारपुर लोकसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनी थी। अब तक हुए तीनों चुनावों में एनडीए गठबंधन ने इस सीट पर लगातार क़ब्ज़ा किया है। 2009 में जदयू की अश्वमेध देवी यहां से सांसद चुनी गईं। 2014 और 2019 में भाजपा के नित्यानंद राय उजियारपुर से सांसद बने।
2020 का बिहार विधानसभा चुनाव
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोट राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन को मिला था। वहीं भाजपा नेतृत्व वाला एनडीए वोट लाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहा था। वहीं, अकेले चुनाव लड़ रही लोक जनशक्ति पार्टी तीसरे नंबर पर रही।
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में महागठबंधन को 4,08,960 वोट, एनडीए गठबंधन को 3,79,102 और लोक जनशक्ति पार्टी को 63,919 वोट प्राप्त हुए थे।
Constituency | RJD+ | BJP+ | LJP |
Patepur | 60670 | 86509 | — |
Ujiarpur | 90601 | 67333 | — |
Morwa | 59554 | 48883 | 23884 |
Sarairanjan | 69042 | 72666 | 11224 |
Mohiuddinnagar | 55271 | 70385 | — |
Bibhutipur | 73822 | 33326 | 28811 |
Total | 408960 | 379102 | 63919 |
लोकसभा चुनाव-2019
2019 में भारतीय जनता पार्टी के नित्यानंद राय ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के उपेंद्र कुशवाहा को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 2,77,628 मतों से पराजित किया था। चुनाव में नित्यानंद राय को 5,43,906 और उपेंद्र कुशवाहा को 2,66,628 वोट प्राप्त हुए थे।
विधानसभा में प्राप्त वोट
2019 में उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने बढ़त ली थी। साथ ही रालोसपा सभी छह विधानसभाओं में दूसरे नंबर पर थी।
पातेपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार नित्यानंद राय को 93,498 मत और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा को 42,714 वोट हासिल हुए थे। उजियारपुर में भाजपा को 97,674, रालोसपा को 55,049, मोरवा में भाजपा को 87,870 और रालोसपा को 45,399 वोट मिले थे।
सरायरंजन में भाजपा को 97,003, रालोसपा को 44,792, मोहिउद्दीननगर में भाजपा को 80,054, रालोसपा को 36,367 तथा विभुतिपुर में भाजपा को 86,242 और रालोसपा को 41,570 वोट प्राप्त हुए।
भाजपा प्रत्याशी नित्यानंद राय
58 साल के भाजपा प्रत्याशी नित्यानंद राय लगातार दो बार से उजियारपुर लोकसभा सीट जीतते आ रहे हैं। राजद प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता से यह उनका दूसरा मुक़ाबला है। 2009 में भी नित्यानंद राय और आलोक कुमार मेहता आमने-सामने थे।
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नित्यानंद राय के ख़िलाफ़ अररिया के नरपतगंज थाना, हाजीपुर नगर थाना और समस्तीपुर में तीन मुक़दमे दर्ज हैं। उन्होंने मुज़फ़्फ़रपुर स्थित बिहार विश्वविद्यालय के आरएन कॉलेज से बीए (ऑनर्स) किया है।
15 करोड़ रुपये से अधिक है संपत्ति
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय 15 करोड़ रुपये से अधिक के जायदाद के मालिक हैं। उनकी पत्नी के पास तक़रीबन ढाई करोड़ रुपये की संपत्ति है। नित्यानंद राय के ऊपर 4 लाख रुपये और उनकी पत्नी के ऊपर दस लाख रुपये का क़र्ज़ है।
तीन बार बने विधायक
वह पहली बार 2000 के बिहार विधानसभा चुनाव में हाजीपुर विधानसभा सीट से एमएलए चुने गये। उसके बाद 2005 और 2010 में भी वह हाजीपुर से विधायक चुने गये। 2005 का दोनों विधानसभा चुनाव (फरवरी और अक्टूबर) उन्होंने जीता था।
राजद के आलोक कुमार मेहता
55 साल के राजद प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता के ख़िलाफ़ पटना और गया के थानों में तीन मुक़दमे दर्ज हैं। उन्होंने बेंगलौर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में स्नातक (बीई) किया है।
वह 7 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने तक़रीबन 11 लाख रुपये का लोन ले रखा है। उनकी पत्नी के नाम पर तीन करोड़ रुपये की संपत्ति और लगभग साढ़े पांच लाख रुपये का क़र्ज़ है।
आलोक कुमार मेहता समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से 2004 में पहली बार सांसद चुने गये थे। 2009 में उन्होंने उजियारपुर सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें वह हार गये थे। 2009 में उनको जदयू की अश्वमेध देवी ने हराया था। वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में आलोक कुमार मेहता को नित्यानंद राय ने शिकस्त दी थी।
वह 2000 में पहली बार कल्याणपुर विधानसभा से चुनाव लड़े। 2015 और 2020 में आलोक कुमार मेहता उजियारपुर विधानसभा से एमएलए चुने गये।
वह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव और संस्थापक सदस्य भी हैं। 2020-2024 के बीच वह बिहार सरकार में राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रहे। जनवरी 2024 में वह एक सप्ताह के लिये बिहार के शिक्षा मंत्री भी बनाये गये थे।
राजद के बाग़ी बनायेंगे त्रिकोणीय मुक़ाबला?
उजियारपुर लोकसभा सीट से समस्तीपुर युवा राजद के पूर्व ज़िला अध्यक्ष अमरेश राय भी निर्दलीय मैदान में कूद गये हैं। वह उजियारपुर सीट से राजद के टिकट की उम्मीद में थे, लेकिन, राजद ने आलोक कुमार मेहता को वहां से अपना उम्मीदवार बनाया है। वह बाक़ी के दोनों उम्मीदवार नित्यानंद राय और आलोक कुमार मेहता को बाहरी बताकर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
अमरेश कुमार राय के चुनावी मैदान में कूद जाने से उजियारपुर सीट पर त्रिकोणीय मुक़ाबला हो सकता है। हालांकि, दोनों ही प्रमुख दल के उम्मीदवार राजनीति के दिग्गज हैं। ऐसे में अमरेश राय किसका वोट काटेंगे, यह तो चुनाव में ही पता चलेगा।
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