केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं परीक्षा का रिज़ल्ट जारी कर दिया है। इस बार 10वीं में कुल 22 लाख 38 हजार 827 बच्चे शामिल हुए थे, जिनमें से 93.60 प्रतिशत पास हुए हैं। बोर्ड के मुताबिक, पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 0.48 फीसदी अधिक बच्चे पास हुए हैं।
परीक्षा में 2.14 प्रतिशत (47,983) परीक्षार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। वहीं, 9.49 प्रतिशत से अधिक परीक्षार्थी 90 फ़ीसदी से अधिक अंक लाने में सफल रहे। कुल 2,12,384 बच्चे ऐसे हैं, जिनके 90 प्रतिशत से अधिक अंक हैं। लगभग 5.9 प्रतिशत यानी कि 1,32,337 छात्रों को कंपार्टमेंट लगा है।
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10वीं की परीक्षाओं में ‘विशेष जरूरत’ वाले 54 बच्चों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि 397 बच्चे ऐसे रहे, जिन्होंने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं। इस वर्ष ‘विशेष जरूरत’ वाले 8,198 बच्चे 10वीं परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 7,661 पास हुए हैं। इनका कुल पास प्रतिशत 93.45 है। बोर्ड ने इस वर्ष टॉपर लिस्ट जारी नहीं करने का निर्णय लिया है।
त्रिवेंदरम क्षेत्र अव्वल नंबर पर
क्षेत्रवार सबसे बेहतरीन नतीजे की बात की जाए तो त्रिवेंद्रम इस लिस्ट में टॉप पर है। त्रिवेंद्रम के 99.75 प्रतिशत बच्चे 10वीं परीक्षा में पास हुए हैं। दिल्ली ईस्ट और दिल्ली वेस्ट सातवें और आठवें स्थान पर है। जबकि, नोएडा 16 और गुवाहाटी सबसे आखिरी पायदान यानी 17वें स्थान पर है।
पूरी दिल्ली क्षेत्र की बात की जाए तो यहां 3,16,535 बच्चों ने परीक्षा दी और इनमें से 94.35 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। सीबीएसई के मुताबिक, दिल्ली पूर्वी क्षेत्र में 94.45 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। यहां कुल 1,93,612 बच्चों ने 10वीं की परीक्षा दी थी, जिनमें से 1,82,874 परीक्षार्थी पास हुए हैं। दिल्ली पश्चिम क्षेत्र में 94.18 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। यहां कुल 1,22,923 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 1,15,775 पास हुए हैं।
98.61% विदेशी छात्र सफल
विदेशी छात्रों की बात की जाए तो सीबीएसई 10वीं बोर्ड के लिए कुल 27,652 बच्चे इन परीक्षाओं में शामिल हुए थे। इनमें से 98.61 प्रतिशत यानी 27267 बच्चे पास हुए। 10वीं के नतीजे में इस बार भी लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों के मुकाबले बेहतर है। बोर्ड के मुताबिक 94.75 प्रतिशत लड़कियां और 92.71 प्रतिशत लड़के परीक्षा में पास हुए हैं।
वहीं, ट्रांसजेंडर बच्चों की बात की जाए तो 91.30 प्रतिशत ट्रांसजेंडर बच्चे दसवीं कक्षा में पास हुए हैं। लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों के मुकाबले 2.04 प्रतिशत बेहतर है।
नवोदय-केंद्रीय विद्यालय टॉप पर
दसवीं बोर्ड रिजल्ट में स्कूलों के नतीजे की बात की जाए तो जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय दोनों अव्वल नंबर पर हैं। इन स्कूलों के 99.09 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 86.72 प्रतिशत है। जबकि, सहायता प्राप्त सरकारी स्कूलों में 83.95 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं।
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