हेरिटेज टाइम्स के बैनर तले राजकीय तिब्बी कॉलेज, पटना में शनिवार को एक सेमिनार आयोजित कर आधुनिक बिहार को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले गुमनाम लोगों को याद किया।
इस मौके पर एक छह मिनट की फ़िल्म “मेकिंग ऑफ़ बिहार” भी दिखाई गई, जिसमें बिहार के इतिहास पर रोशनी डाली गई।
Also Read Story
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद ने हेरिटेज टाइम्स और इसके संस्थापक उमर अशरफ के काम की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि बिहार की नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चलकर मगध साम्राज्य पुनर्स्थापित होगा। इस मौके पर हेरिटेज टाइम्स से जुड़े इंज़माम और इरफान भी मौजूद रहे।
इतिहासकार प्रोफेसर इम्तियाज अहमद ने बिहार के इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि बिहार एक ऐसी धरती है जहां बड़े बड़े लोग पैदा हुए, जिनमें अशोका, शेर शाह सूरी, गुरु गोविंद सिंह जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने नालंदा यूनिवर्सिटी के उरूज और ज़वाल के मिथक पर भी रोशनी डाली कि बख़्तियार ख़िलजी ने उस जगह को खत्म नहीं किया।
वहीं इतिहासकार डॉ. अनंताशुतोष द्विवेदी ने बिहार के प्राचीन इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया के बिहार में क़रीब दो हज़ार से अधिक हेरिटेज गाँव हैं, जिसका इतिहास हजारों साल पुराना है। अजंता एलोरा और एलिफेंटा गुफा के बारे में बोलते हुए उन्होंने बताया के ये गुफ़ाएँ जहानाबाद की बराबर और नागार्जुन गुफा से प्रेरित होकर बनी हैं।
हेरिटेज टाइम्स के संस्थापक मोहम्मद उमर अशरफ ने आधुनिक बिहार की स्थापना पर बात करते हुए बताया कि बिहार को स्थापित करने में डा. सच्चिदानंद सिन्हा के अलावा अनेक लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनमें अली इमाम, मज़हर उल हक़, नवाब सरफ़राज़ ख़ान, गणेश दत्त, मुहम्मद फ़ख़रुद्दीन, महेश नारायण, नंद किशोर लाल, तेज नारायण जैसे लोग शामिल हैं।
इस सेमिनार की अध्यक्षता तिब्बी कॉलेज के प्रिंसिपल हकीम तनवीर आलम ने की। वहीं, इसका संचालन मुहम्मद ज़करिया और मुहम्मद ज़ीशान उल इस्लाम फ़ारूक़ी ने किया।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।