अररिया: नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा ने अररिया जिले के बहने वाली नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। नेपाल की सीमा से लगा अररिया जिले का सिकटी प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है।
प्रखंड से बहने वाली नूना नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से पड़रिया पंचायत अन्तर्गत घोड़ा चौक से सिंधिया जाने वाली सड़क में दो जगह मजार के पास लगभग 25-30 फीट कटाव हो गया है। इस कारण ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाकों में नदी का पानी फैल गया है और बाढ़ से हालात पैदा हो गए हैं।
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पुरानी धारा पर लौटी नुना नदी
इस भीषण कटाव के कारण लोगों में दहसत हो गया है। जिले में बहने वाली नुना, लोहंदरा, परमान, बकरा, रतुआ, सुरसर नदी भी उफान पर है और लगातार में जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। बतादें की नुना नदी ने जो पिछले दो वर्ष पहले अपनी धारा बदली थी। वो फिर से पुरानी जगह लौट गई है। इस कारण भारी तबाही हो रही है। दर्जनों मकान कटाव की भेंट चढ़ चुके हैं। ग्रामीण सड़क कट गई है इस कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कुर्साकांटा प्रखंड में भी तबाही
वहीं कुर्साकांटा प्रखंड के रहटमीना, सौरगांव, तमकुड़ा, पलासमणी समेत कई गांवों के निचले इलाकों में पानी घुस गया है। जानकारी के अनुसार बिहार में सबसे अधिक वर्षा अररिया जिले में रिकॉर्ड की गई है। इस वजह से परमान और बकरा नदी के जलस्तर में 15 से 20 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो गई है।
नदी का जल बढ़ने और बाढ़ के कारण हालात बेहतर नहीं है। लोगों में त्राहिमाम मचा हुआ है। ऐसे में प्रशासन भी कोई मदद पहुंचाने के स्थिति नहीं है। क्योंकि रास्ते कट गए हैं आवागमन की सुविधा है इसलिए लोगों को अपील की जा रही है कि वह धैर्य बनाए रखें।
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