अररिया में आई बाढ़ के कारण जिले का ऐतिहासिक मदनेश्वर धाम मंदिर पानी में पूरी तरह से डूब गया है। शिव मंदिर परिसर में 6 फीट से ज्यादा पानी है। इससे सावन के महीने में श्रद्धालुओं को पूजा करने में काफी परेशानी हो रही है।
बता दें कि लगातार हो रही बारिश के कारण जिले से बहने वाली बकरा, नुना, कनकई, परमान आदि नदियां उफान पर हैं। इन नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
अररिया प्रखंड के ऐतिहासिक मदनेश्वर धाम शिव मंदिर में पानी घुस जाने से मंदिर में पूजा-पाठ आदि बंद हो गया है। मदनपुर बाजार पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। सावन का महीना होने के कारण मदनेश्वर धाम मंदिर में हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। लेकिन जलजमाव के कारण लोगों का पहुंचना लगभग बंद हो गया है। मदनपुर पहुंचने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
उल्लेखनीय हो कि मदनपुर ऐतिहासिक मंदिर के कारण ही मदनपुर बाजार काफी विख्यात है। आसपास के जिलों से ही नहीं, नेपाल से भी भारी संख्या में श्रद्धालु यहां आकर पूजा पाठ किया करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासन की ओर से आवागमन की व्यवस्था नहीं की गई है। अगर इस क्षेत्र में नाव होती, तो लोगों को आवागमन में काफी सुविधा हो जाती।
मदनपुर में हर वर्ष बाढ़ अपना प्रकोप दिखाती है। ग्रामीण इस बात से चिंतित हैं कि अगर यह पानी ज्यादा दिन तक रुक गया, तो लोगों के सामने खाने पीने की परेशानी भी शुरू हो जाएगी क्योंकि बैरगाछी से मदनपुर जाने वाली एबीएम सड़क पर भी पानी है। वहीं, जो ग्रामीण सड़कें हैं, वहां पर भी बाढ़ के पानी के कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। मदनपुर के पास ढोकरिया, कसैला, खरहर, मदनपुर पूर्वी, मदनपुर पश्चिमी जैसे गांवों में बाढ़ का पानी आ जाने से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है।
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