Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

किशनगंज: रमज़ान नदी का जलस्तर बढ़ा, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

किशनगंज शहर के धर्मगंज, हॉस्पिटल रोड, रुईधासा, धोबी पट्टी और कजलामनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। गृहिणी निरमा देवी ने बताया कि उनके घर में काफी पानी आ चुका है जिस कारण घर का सामान भीग चुका है और खाने पीने की कुछ व्यवस्था नहीं हो पा रही है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :

पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से किशनगंज नगर क्षेत्र स्थित रमज़ान नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी के आसपास बसे रिहायशी इलाकों में पानी घुस जाने से लोग बेहद परेशान हैं। लोगों के घरों में 3-3 फ़ीट तक पानी आ चुका है जिससे सैकड़ों परिवारों का जनजीवन अस्त व्यस्त है।


किशनगंज शहर के धर्मगंज, हॉस्पिटल रोड, रुईधासा, धोबी पट्टी और कजलामनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। गृहिणी निरमा देवी ने बताया कि उनके घर में काफी पानी आ चुका है जिस कारण घर का सामान भीग चुका है और खाने पीने की कुछ व्यवस्था नहीं हो पा रही है।

Also Read Story

महानंदा बेसिन परियोजना: फ़ेज -2 को लेकर इंजीनियरों की कमेटी का क्षेत्र मुआयना

क्या है कोसी-मेची लिंक परियोजना, जिसे केंद्रीय बजट में मिले करोड़ों, फिर भी हो रहा विरोध?

पूर्णिया के बैसा में नदी में समा गये सैकड़ों घर, जुग्गी-झोपड़ी में हो रहा गुज़ारा, नहीं मिला मुआवज़ा

बिहार: कटिहार में बाढ़ के बीच नाव से पहुँची बारात

सिक्किम में तीस्ता ने मचाई तबाही, देसी-विदेशी 1200 पर्यटक फंसे, राहत अभियान युद्ध स्तर पर

कोसी की समस्याओं को लेकर सुपौल से पटना तक निकाली गई पदयात्रा

सहरसा में बाढ़ राहत राशि वितरण में धांधली का आरोप, समाहरणालय के बाहर प्रदर्शन

पूर्णिया : महानंदा नदी के कटाव से सहमे लोग, प्रशासन से कर रहे रोकथाम की मांग

सुपौल- बाढ़ पीड़ितों को पुनर्वासित करने को लेकर ‘कोशी नव निर्माण मंच’ का धरना

निचले इलाकों में शनिवार देर रात कई घरों में पानी आ गया, जिससे लोगों के अनाज और घर के दूसरे सामान को नुकसान हुआ है। स्थानीय विजय कुमार झा ने बताया कि रात भर बारिश होने से आधी रात के समय उनके घर में पानी आ गया। वह और उनकी तरह बस्ती के तमाम लोग सुबह होने का इंतज़ार करते रहे। सुबह भी प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली।


एक और पीड़ित उत्तम पासवान ने बताया कि बगल के एक सरकारी स्कूल में लोगों के रहने का इंतज़ाम किया गया है। उन्होंने आगे मांग की कि जैसे ही नदी का जलस्तर थोड़ा कम हो तो उनके घरों से प्रशासन पानी की निकासी करे।

लगातार मुसलाधार बारिश होने से रमज़ान नदी का पानी लाइन धोबीघाट पुल के स्तर से काफी करीब आ चुका है। खतरे को देख कर नगर परिषद द्वारा जेसीबी मशीन की मदद से जलकुंभी को हटाने का काम जारी है।

नगर परिषद के सिटी मैनेजर मनोज कुमार भारती ने बताया कि नदी में जमी जलकुंभी को हटाकर जलस्तर कम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में शरण लिए बाढ़ पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता पहुंचाने का आदेश मिला है।

वार्ड प्रतिनिधि आशुतोष सरकार ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र के कई वार्ड रमजान नदी के किनारे बसे हैं। इस इलाके के लोगों ने ऊंचे स्थानों में शरण ली है। बाढ़ जैसे हालत को देखते हुए शहर के कुछ सरकारी स्कूलों में लोगों को शरण दी गई है।

किशनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद इंद्रदेव पासवान ने जलजमाव से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने लोगों से कहा कि नगर परिषद पीड़ित परिवारों को मदद पहुँचाने की कोशिश कर रहा है। शहर के कई सरकारी स्कूलों में पीड़ित लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था कराई जा रही है।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

Related News

सहरसा के नौहट्टा में आधा दर्जन से अधिक पंचायत बाढ़ की चपेट में

Araria News: बरसात में झील में तब्दील स्कूल कैंपस, विभागीय कार्रवाई का इंतज़ार

‘हमारी किस्मत हराएल कोसी धार में, हम त मारे छी मुक्का आपन कपार में’

पूर्णिया: बारिश का पानी घर में घुसने से पांच माह की बच्ची की मौत

टेढ़ागाछ: घनिफुलसरा से चैनपुर महादलित टोला जाने वाली सड़क का कलवर्ट ध्वस्त

कटिहार: महानंदा नदी में नाव पलटने से महिला की स्थिति गंभीर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

दशकों से एक पुराने टूटे पुल के निर्माण की राह तकता किशनगंज का गाँव

क्या पूर्णिया के गाँव में मुसलमानों ने हिन्दू गाँव का रास्ता रोका?

बिहार में जीवित पेंशनधारियों को मृत बता कर पेंशन रोका जा रहा है?

शादी, दहेज़ और हत्या: बिहार में बढ़ते दहेज उत्पीड़न की दर्दनाक हकीकत

किशनगंज: एक अदद सड़क को तरसती हजारों की आबादी