संत बाबा कारू खिरहरी मंदिर की दानपेटियां पिछले 4 साल से बंद थी। संत बाबा कारू खिरहरी का यह मंदिर सहरसा ज़िला मुख्यालय से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर महिषी प्रखंड अंतर्गत महपुरा गांव में स्थित है। यहां पूजा अर्चना करने के लिए दूरदराज से लोग आते हैं, यहां तक कि पड़ोसी देश नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। ये श्रद्धालु इस मंदिर में लाखों रुपये दान करते हैं।
आप बता दें कि यहां कुल 8 दान पेटियां हैं जो पिछले 4 सालों से खोली नहीं गई थीं और अब जब नोटों की गिनती शुरू की गई है तो सभी पेटियों को मिलाकर लगभग 50 लाख रुपये सुरक्षित होने की संभावना है, जबकि लाखों रुपए के नोट सड़ गल कर बर्बाद हो चुके हैं।
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महिषी प्रखंड के अंचलाधिकारी देवेंदर सिंह बताते हैं कि इस राशि की गणना आगामी 15 दिनों तक चलेगी और गणना पूरी होने के बाद ये पैसा बैंक के ज्वाइंट अकाउंट में जमा हो जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार इस मंदिर और मंदिर की परिसंपति के रखरखाव के लिए एक न्यास बोर्ड गठित है जिसके अध्यक्ष प्रसाशनिक अधिकारी एसडीओ हैं। मंदिर के महंत उपेंद्र खिरहर का कहना है कि एक बार अगरबत्ती से मंदिर में आग लग गई थी और उसको बुझाने के लिए मोटर से पानी डालना पड़ा था, यही कारण है दान पेटी में रखे गए लाखों रुपये के नोट पानी से गल गए हैं।
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