किशनगंज जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर समदा पंचायत में अनोखा मामला सामने आया है। मामला समदा उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है जहां स्कूल के शिक्षकों के एक समूह ने शिक्षक अर्श नूर बाबुल की पत्नी पर जादू टोना और स्कूल कर्मियों से बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। अर्श नूर बाबुल कुछ वर्ष पहले एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे जिससे वह अभी तक उबर नहीं पाए हैं।
स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि लंबे समय से बीमार होने के कारण अर्श नूर बाबुल बच्चों को पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं। उनकी पत्नी उनके साथ स्कूल आती हैं और स्कूल के कामकाज में बाधा डालती हैं। स्कूल के प्रधानाध्यापक समेत 9 शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर अर्श नूर बाबुल के ट्रांसफर की मांग की है।
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प्रधानाध्यापक अरुण कुमार ने कहा कि शिक्षक अर्श नूर बाबुल की पत्नी अपने पति की बीमारी का हवाला देकर पिछले 8 महीनों से स्कूल आ रही हैं । प्रधानाध्यापक ने आरोप लगाया कि अर्श नूर की पत्नी स्कूल में टोटका करते हुए पकड़ी गयी थीं जिसके बाद रसोईया से उनकी अनबन भी हुई। अरुण कुमार ने आगे कहा कि अर्श नूर लोकल शिक्षक होने के नाते बाकी शिक्षकों को डराते धमकाते हैं।
प्रधानाध्यापक के आरोपों पर हम ने स्कूल की छात्राओं से बात की। छात्राओं ने अर्श नूर बाबुल की तारीफ करते हुए विभाग से मांग की कि उन्हें स्कूल में पढ़ाने दिया जाए। आठवीं कक्षा की छात्रा सानिया रूहानी ने कहा कि शिक्षक अर्श नूर बाबुल के बारे में झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। वह बीमार होने के बावजूद बच्चों को बहुत अच्छे ढंग से पढ़ाते हैं।
एक और छात्रा सुहानी बेगम ने कहा कि वह पिछले 8 सालों से स्कूल में अर्श नूर बाबुल से पढ़ रही है। वह और बाकी छात्राएं उनके पढ़ाने से काफी संतुष्ट हैं।
शिक्षक अर्श नूर बाबुल की पत्नी मुक्ति खातून ने बताया कि 2021 में उनके पति एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे जिसके बाद उनका ब्रेन सर्जरी करायी गयी। सर्जरी के बाद उन्हें बोलने में दिक्कत होती है लेकिन इसके बावजूद वह रोज़ाना स्कूल आकर पढ़ाते हैं जिसमें वह उनकी मदद करती हैं।
उन्होंने प्रधानाध्याक अरुण कुमार पर स्कूल से ना निकालने के लिए रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया और कहा कि जब तक वह पैसे देती रहीं उनको वेतन मिलता रहा लेकिन रिश्वत न देने पर दो महीने से उनके पति का वेतन रोक दिया गया है और प्रधानाध्यापक उनसे मार्गदर्शन लाने की मांग कर रहे हैं।
प्रधानाध्यापक अरुण कुमार ने रिश्वत मांगने के आरोप को बेबुनियाद बताया और मागर्दर्शन मांगने की बात पर उन्होंने कहा कि शिक्षक अर्श नूर बाबुल पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं इस लिए पदाधिकारी को पत्र लिख कर उन्होंने मार्गदर्शन मांगा है।
इस मामले में किशनगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षक अर्श नूर बाबुल के खिलाफ स्कूल के नौ शिक्षकों ने आवेदन दिया है। जांच करने पर पाया गया कि शिक्षक बीमार रहने के कारण स्कूली बच्चों को पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं और लगातार स्कूल नहीं आने के कारण दो माह से वेतन पर रोक लगायी गयी थी जिसे जारी करने का आदेश दे दिया गया है।
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