2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर फिर से कटिहार से चुनावी मैदान में हैं। वह 1977 से इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं और यह उनका 13वां लोकसभा चुनाव है।
26 अप्रैल को कटिहार में मतदान होना है। चुनावी माहौल के बीच पूर्व कटिहार सांसद तारिक अनवर ने ‘मैं मीडिया’ से खास बातचीत की। उन्होंने कटिहार का विकास, भाजपा के बढ़ते वर्चस्व और महागठबंधन में मुसलमान उम्मीदवारों की संख्या कम होने जैसे कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा।
पिछले लोकसभा चुनाव में तारिक अनवर जदयू के दुलाल चंद्र गोस्वामी से 57,203 वोटों से हार गए थे। कटिहार लोकसभा क्षेत्र में आने वाले छह विधानसभा क्षेत्र में केवल बलरामपुर ही ऐसा क्षेत्र था, जहां उन्हें बढ़त मिली थी। क्या कटिहार का मुस्लिम वोट भी भाजपा की तरफ जाने लगा है, इस प्रश्न पर उन्होंने कहा कि सेकुलर वोट अभी भी महागठबंधन को मिलता है। 2019 में भाजपा की लहर देश में देखी गई थी इसीलिए कटिहार में भी इस तरह के नतीजे देखने को मिले।
प्रशांत किशोर के साथ इफ्तार पार्टी
कुछ ही दिनों पहले दिल्ली में एक इफ्तार पार्टी में तारिक अनवर जन सुराज के प्रशांत किशोर के साथ मंच साझा करते दिखे थे। उन्होंने अपने भाषण में प्रशांत किशोर की तारीफ भी की थी। इस पर तारिक अनवर ने कहा कि वो एक गैर राजनीतिक इफ्तार पार्टी थी जिसमें प्रशांत किशोर के आने की जानकारी उन्हें नहीं थी।
“मुझे पता नहीं था प्रशांत जी वहां आ रहे हैं। हमारा कोई उद्देश्य नहीं था कि हम उनके साथ शामिल हों, करना होता तो खुलेआम करते छुपाने की क्या बात थी। प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जो भाषण दिया उसकी हमने जरूर तारीफ की,” तारिक अनवर बोले।
आबादी के लिहाज से चुनाव में मुसलमान प्रत्याशी कम क्यों ?
बिहार में हुई जातीय गणना के आंकड़ों के अनुसार बिहार में मुसलमानों की आबादी 17.7% है, लेकिन महागठबंधन में बिहार में मुसलमानों को उनकी आबादी के हिसाब से उतना टिकट मिलता नहीं दिख रहा है। इस प्रश्न पर तारिक अनवर ने कहा कि भारत में सांप्रादायिक ताकतें हावी हैं ऐसे में उन लोगों को टिकट दिया गया है जो देशद्रोही ताकतों से सबसे मजबूती से लड़ और जीत सकें।
पिछले दिनों कांग्रेस में भाजपा के कुछ नेता शामिल हुए जिसमें खास तौर पर मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद का नाम शामिल रहा, जिनपर मुस्लिम विरोधी विचार रखने का आरोप लगता रहा है। इस पर तारिक अनवर ने कहा कि कांग्रेस का सबसे बड़ा लक्ष्य है कि इस समय भाजपा-आरएसएस को किसी तरह से रोका जाए इसके लिए हर तरकीब अपनाने की जरूरत है।
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पप्पू यादव पर क्या बोले तारिक
पूर्णिया लोसकभा सीट पर पप्पू यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर तारिक अनवर ने कहा कि वह चाहते थे कि पप्पू यादव को पूर्णिया से टिकट मिले, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने कहा, “हमलोगों की कोशिश थी कि उन्हें (पप्पू यादव को) टिकट मिले लेकिन किसी कारणवश उन्हें नहीं मिल पाया। अब जो पार्टी का फैसला है वह मानना चाहिए, सबको मानना चाहिए, कल हम पर भी यह लागू हो सकता है।”
“AIMIM का कोई भविष्य नहीं है”
किशनगंज लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई और एआईएमआईएम की चुनौती के बारे में उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम का कोई भविष्य नहीं है।
“हम जब भाजपा की निंदा करते हैं तो उसी तरह से सांप्रदायिकता हिन्दू की हो, मुसलमान की हो, सिख की हो, ईसाई की हो, किसी भी धर्म की हो वो गलत है। हम उसकी निंदा करते हैं और उसके लिए हमारे देश में कोई गुंजाइश नहीं है,” उन्होंने कहा।
कई सालों तक सांसद रहते उन्होंने कटिहार में विकास के क्या क्या काम किए? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में कटिहार और सीमांचल को बड़ी रेलवे लाइन से जोड़ा गया, एनएच 81 बना, नवोदय विद्यालय, केंद्र विद्यालय खुले। आगे उन्होंने कहा कि कटिहार मेडिकल कॉलेज भी उनके प्रयास से खुला।
“सीमांचल में घुसपैठ का झूठा मुद्दा संघ परिवार की साज़िश”
भाजपा लगतार सीमांचल में घुसपैठ का मुद्दा उठाती रही है। इसपर तारिक ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार की साज़िश है कि जो भी बांग्ला बोलने वाले हैं या शेरशाहबादी हैं उन्हें घुसपैठिया कहा जाता है।
उन्होंने आगे कहा, “हमलोग यह लड़ाई बहुत लड़ चुके हैं। एक समय पर हमने बहुत बड़ा सम्मलेन किया था और उसमें बिहार के मुख्यमंत्री को लाया था। देश के प्रधानमंत्री से बात की थी और बहुत सख्ती से इसको दबाया गया था। इनके पास कोई आर्थिक या सामाजिक मुद्दा नहीं है इसलिए समय समय पर ये लोग सांप्रदायिक मुद्दे को उठाते रहते हैं।”
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