बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अररिया में कहा कि अब वह कभी भी इधर-उधर नहीं जायेंगे, बल्कि जिनके साथ शुरू से हैं, वहीं रहेंगे। उनका इशारा राजद और कांग्रेस की ओर था। मुख्यमंत्री एनडीए प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करने अररिया पहुंचे थे, इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं। मुख्यमंत्री के साथ बिहार के जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।
अररिया के रानीगंज स्थित लालजी हाई स्कूल मैदान में सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जातिगत जनगणना कराकर आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों की पहचान की है, जिनको आर्थिक सहायता दी जायेगी।
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“सरकार ने जातिगत जनगणना कराकर ऐसे लोगों को चिन्हित किया जो आर्थिक रूप में कमजोर हैं। जनगणना के बाद पता चला कि बिहार में 94 लाख परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब है। सरकार ने निर्णय लिया कि उन परिवारों को 2 लाख रुपये देकर उनकी आर्थिक मदद की जायेगी। आज हमारे ही काम को देखकर कांग्रेस के लोग जातीय जनगणना का ढोल पीट रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस कुछ करने वाली नहीं है,” उन्होंने कहा।
“राजद ने कोई विकास नहीं किया”
सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राजद के साथ उनका दम घूंट रहा था, इसलिए उनसे अलग हो गए। नीतीश कुमार ने अपने सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्य गिनाए।
“राजद ने कोई विकास नहीं किया। हमारे द्वारा किए गए विकास कार्यों को राजद भुना रही है, जो गलत है। हमने 10 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, जिसमें 5 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करा दिया है। शेष 5 लाख लोगों को भी रोजगार दिया जाएगा,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “स्वयं सहायता समूह बनाने की पहल बिहार से हुई। इससे बिहार की महिलाओं को रोजगार से जोड़ा गया। इसके लिए हमने वर्ल्ड बैंक से सहायता लेकर इन समूहों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। उनका नाम बदल कर जीविका रखा। आज बिहार में 10 लाख 51 हजार जीविका समूह है। हमारे इस मॉडल को देश के कई राज्यों ने अपनाया है।”
‘लड़कियों की शिक्षा को लेकर किया काम’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बिहार में लड़कियों की शिक्षा के लिये बहुत सारे काम किये हैं। उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि 2005 से पहले बिहार में जंगलराज था और राजद ने कोई काम नहीं किया है।
“हमने बिहार में विकास के लिए सड़क, स्वास्थ्य, पुल-पुलिया बनाए। खासकर लड़कियों की शिक्षा को लेकर मैंने कई काम किये। लड़कियों को पोशाक राशि, साइकिल राशि के साथ-साथ इंटर और ग्रेजुएशन करने वाली बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि भी देने का काम किया। उद्देश्य है कि हमारे समाज में कोई लड़की शिक्षा से वंचित ना रहे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “2005 से वाजपेयी जी के साथ बीजेपी में काम करने का मौका मिला। उसके पहले बिहार में पति-पत्नी का जंगलराज बना हुआ था। उनकी सरकार ने बिहार में कोई विकास का कार्य नहीं किया। न ही सड़क थी। क्राइम का बोलबाला था। 2006 में पंचायत चुनाव कराया गया। हमने सोचा महिलाएं घर से बाहर निकलें और राजनीति में शामिल हों, इसके लिए हमने 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देकर पंचायती राज से जोड़ा था।”
‘बिहार से हिंदू-मुस्लिम झगड़ा खत्म किया’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बिहार से हिंदू-मुस्लिम का झंझट खत्म कर दिया और मदरसों को हाईटेक किया है और आज वहां बच्चे अच्छी तरह से पढ़ाई कर रहे हैं।
“हमने कब्रिस्तान की घेराबंदी का काम किया, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। 2015 में 7 निश्चय योजना लाकर गांव-गांव तक सड़क और शुद्ध पेयजल की सुविधा देने का काम किया,” उन्होंने कहा।
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