Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

किशनगंज: गांधी चौक स्थित सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे, लोगों ने की मरम्मत की मांग

सड़क के खस्ताहाल होने से सबसे अधिक नुकसान व्यापारियों का हो रहा है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से लोग बाजार आना पसंद नहीं करते हैं। व्यापारियों ने सम्बंधित विभाग से जल्द से जल्द सड़क निर्माण करने की मांग की है।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
Published On :

किशनगंज के हृदय स्थल माने जाने वाले गांधी चौक में लोगों को गड्ढों में सड़क को तलाश करना पड़ रहा है। जगह-जगह गड्ढों के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि गड्ढों में तब्दील हो चुकी इस सड़क के निर्माण के लिए संबंधित विभाग ने आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। स्थानीय निवासी निशांत सिंह कहते हैं कि बरसों से यह सड़क ऐसी ही है और उनके द्वारा पार्षदों को कई बार सड़क की मरम्मत की मांग की गई लेकिन कुछ फर्क नहीं पड़ा।

खस्ताहाल सड़क पर जगह-जगह छोटे बड़े गड्ढे बन गए हैं। बरसात के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाने के कारण पैदल चलने में भी लोगों को परेशानी होती है। जरा सी चूक के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। सड़क के खस्ताहाल होने से छात्र-छात्राओं के स्कूल ड्रेस भी खराब हो जाते हैं। मो. अमजद कहते हैं कि जब स्कूल के बच्चे सड़क से गुजरते हैं तो उनको अपना कपड़ा समेट कर चलना होता है।

Also Read Story

सहरसा: पुल निर्माण में हो रही देरी से ग्रामीण आक्रोशित, जलस्तर बढ़ने से बढ़ा खतरा

किशनगंज: जाम से निजात दिलाने के लिये रमज़ान पुल के पास नदी के ऊपर बनेगी पार्किंग

कटिहार: सड़क न बनने से नाराज़ महिलाओं ने घंटों किया सड़क जाम

कटिहार के एक गांव में 200 से अधिक घर जल कर राख, एक महिला की मौत

“ना रोड है ना पुल, वोट देकर क्या करेंगे?” किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अमौर में क्यों हुआ वोटिंग का बहिष्कार?

2017 की बाढ़ में टूटा पुल अब तक नहीं बना, नेताओं के आश्वासन से ग्रामीण नाउम्मीद

कटिहार के एक दलित गांव में छोटी सी सड़क के लिए ज़मीन नहीं दे रहे ज़मींदार

सुपौल में कोसी नदी पर भेजा-बकौर निर्माणाधीन पुल गिरने से एक की मौत और नौ घायल, जांच का आदेश

पटना-न्यू जलपाईगुरी वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ, पीएम मोदी ने दी बिहार को रेल की कई सौगात

सड़क के खस्ताहाल होने से सबसे अधिक नुकसान व्यापारियों का हो रहा है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से लोग बाजार आना पसंद नहीं करते हैं। व्यापारियों ने सम्बंधित विभाग से जल्द से जल्द सड़क निर्माण करने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. श्वेता तारा आर्या जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत की मांग करती हैं। वह कहती हैं कि जब शहर की सड़क का ये हाल है तो फिर गांव की सड़कों का क्या हाल होगा, ये सबको पता है।


गांधी चौक सड़क की खस्ताहाल स्थिति को लेकर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार कहते हैं कि क्षतिग्रस्त सड़क का आकलन कर आंतरिक संसाधन से जल्द ही मरम्मत कराने का कार्य किया जाएगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

Related News

“किशनगंज मरीन ड्राइव बन जाएगा”, किशनगंज नगर परिषद ने शुरू किया रमज़ान नदी बचाओ अभियान

बिहार का खंडहरनुमा स्कूल, कमरे की दीवार गिर चुकी है – ‘देख कर रूह कांप जाती है’

शिलान्यास के एक दशक बाद भी नहीं बना अमौर का रसैली घाट पुल, आने-जाने के लिये नाव ही सहारा

पीएम मोदी ने बिहार को 12,800 करोड़ रुपए से अधिक की योजनाओं का दिया तोहफा

आज़ादी के सात दशक बाद भी नहीं बनी अमौर की रहरिया-केमा सड़क, लोग चुनाव का करेंगे बहिष्कार

किशनगंज सदर अस्पताल में सीटी स्कैन रिपोर्ट के लिए घंटों का इंतज़ार, निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे लेने का आरोप

अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन की बदलेगी सूरत, 22 करोड़ रुपये से होगा पुनर्विकास

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज के इस गांव में बढ़ रही दिव्यांग बच्चों की तादाद

बिहार-बंगाल सीमा पर वर्षों से पुल का इंतज़ार, चचरी भरोसे रायगंज-बारसोई

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार