Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

भारत और नेपाल के बीच शुरू हुई मालवाहक ट्रेन सेवा

अररिया जिले के बथनाहा से नेपाल के विराटनगर तक इस रेल परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
Published On :

भारत-नेपाल रेल परियोजना के तहत गुरुवार को पहला मालवाहक ट्रेन नेपाल के लिए रवाना हुआ। अररिया जिले के बथनाहा से नेपाल के विराटनगर तक इस रेल परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

इस नई रेल परियोजना के शुरू होने से भारत तथा नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह का माहौल देखने को मिला। इस परियोजना की शुरुआत के लिए अररिया जिले के बथनाहा रेलवे स्टेशन को भव्य रूप से सजाया गया था। इस स्टेशन से अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर पहली मालवाहक गाड़ी को नेपाल के विराटनगर के लिए रवाना किया।

Also Read Story

“ना रोड है ना पुल, वोट देकर क्या करेंगे?” किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अमौर में क्यों हुआ वोटिंग का बहिष्कार?

2017 की बाढ़ में टूटा पुल अब तक नहीं बना, नेताओं के आश्वासन से ग्रामीण नाउम्मीद

कटिहार के एक दलित गांव में छोटी सी सड़क के लिए ज़मीन नहीं दे रहे ज़मींदार

सुपौल में कोसी नदी पर भेजा-बकौर निर्माणाधीन पुल गिरने से एक की मौत और नौ घायल, जांच का आदेश

पटना-न्यू जलपाईगुरी वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ, पीएम मोदी ने दी बिहार को रेल की कई सौगात

“किशनगंज मरीन ड्राइव बन जाएगा”, किशनगंज नगर परिषद ने शुरू किया रमज़ान नदी बचाओ अभियान

बिहार का खंडहरनुमा स्कूल, कमरे की दिवार गिर चुकी है – ‘देख कर रूह कांप जाती है’

शिलान्यास के एक दशक बाद भी नहीं बना अमौर का रसैली घाट पुल, आने-जाने के लिये नाव ही सहारा

पीएम मोदी ने बिहार को 12,800 करोड़ रुपए से अधिक की योजनाओं का दिया तोहफा

इस परियोजना के तहत भारत-नेपाल के बीच नई मालवाहक रेल सेवा शुरू हुई है। इसमें अररिया ज़िले के बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक कार्गो ट्रेन का परिचालन होगा। यह रेल कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर बथनाहा स्टेशन से होते हुए नेपाल की ओर मुड़ जाएगी। यह सेवा कई छोटे स्टेशनों से गुजर कर विराटनगर पहुंचेगी। रेलवे की इस परियोजना से दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक समृद्धि को नया आयाम मिलेगा।


इस अवसर पर स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि इस रेल परियोजना से भारत व नेपाल में आर्थिक समृद्धि आएगी और दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत का संबंध नेपाल से अटूट है और कभी टूट नहीं सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रेल सेवा का विस्तार कर इस संबंध को और मज़बूती प्रदान कर रहे हैं।

ज्ञात हो कि भारत और नेपाल के बीच अब तक सड़क मार्ग के द्वारा कोलकाता या दूसरे बंदरगाह से सामान नेपाल के जोगबनी पहुंचता था। इसमें किराया भी अधिक लगता था और आए दिन सड़क पर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती थी। लेकिन अब इस रेल परियोजना से इन सारी समस्याओं से निजात मिलेगी और कोलकाता से लोड होकर सामान रेल द्वारा सीधे नेपाल में प्रवेश कर जाएगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

Related News

आज़ादी के सात दशक बाद भी नहीं बनी अमौर की रहरिया-केमा सड़क, लोग चुनाव का करेंगे बहिष्कार

किशनगंज सदर अस्पताल में सीटी स्कैन रिपोर्ट के लिए घंटों का इंतज़ार, निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे लेने का आरोप

अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन की बदलेगी सूरत, 22 करोड़ रुपये से होगा पुनर्विकास

अररिया, मधेपुरा व सुपौल समेत बिहार के 33 रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प

“हम लोग घर के रहे, न घाट के”, मधेपुरा रेल इंजन कारखाने के लिए जमीन देने वाले किसानों का दर्द

नीतीश कुमार ने 1,555 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न योजनाओं का किया उद्घाटन

छह हजार करोड़ रूपये की लागत से होगा 2,165 नये ग्राम पंचायत भवनों का निर्माण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?