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किशनगंज: मीट एक्सपोर्ट प्लांट को बिहार सरकार की मंज़ूरी , निजी पूंजी निवेश का खुला रास्ता

किशनगंज के पोठिया प्रखंड अंतर्गत चिल्हामारी गांव स्थित मेसर्स मैश एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड को बिहार सरकार ने 45 करोड़ रुपये लागत वाली निजी पूंजी निवेश की स्वीकृति दे दी है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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किशनगंज के पोठिया प्रखंड अंतर्गत चिल्हामारी गांव स्थित मेसर्स मैश एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड को बिहार सरकार ने 45 करोड़ रुपये लागत वाली निजी पूंजी निवेश की स्वीकृति दे दी है। 5,000 मेगा टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इस इंटीग्रेटेड बोभाईन मीट एक्सपोर्ट प्लांट की स्थापना के लिए राज्य सरकार के खान व भूतत्व विभाग ने मंज़ूरी दी है।

बिहार सरकार की स्वीकृति के बाद इस बोभाईन मीट एक्सपोर्ट प्लांट के लिए निजी पूंजी निवेश का रास्ता साफ़ हो गया है। इसके साथ साथ बिहार सरकार ने किशनगंज के इस मीट प्लांट के लिए बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन अधनियम 2016 के तहत वित्तीय प्रोत्साहन क्लीयरेन्स की भी मंज़ूरी दे दी है। वित्तीय प्रोत्साहन क्लीयरेन्स मिलने का मतलब है कि इस मीट प्लांट में बाहर के निवेशकों को राज्य सरकार की तरफ से प्रोत्साहन के साथ साथ कई लाभ दिए जाएंगे।

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बिहार सरकार के प्रेस नोट के अनुसार किशनगंज के चिल्हामारी गांव स्थित एक्सपोर्ट प्लांट की इस इकाई की स्थापना होने पर कुल 364 कुशल और अकुशल कामगारों को रोज़गार मिलेगा।


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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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