शुक्रवार को बायसी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ताराबारी पंचायत के टिकट टोला गांव के वार्ड नंबर 7 के लोगों ने एक निर्मानाधीन सड़क की गुणवत्ता को लेकर प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस सड़क के निर्माण में खराब गुणवत्ता वाले मैटेरियल का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रमाीणों ने इस सड़क निर्माण की विभागीय जांच की मांग की।
दरअसल पुर्णिया के बायसी प्रखण्ड का यह गांव टापू पर बसा हुआ है। टापू पर बसे पंचायत ताराबारी के ग्रामीणों का आरोप है कि विकास के नाम पर उन्हें कभी कुछ नहीं मिला। इस गांव में जाने के लिए कोई सड़क भी उपलब्ध नहीं है, और यहां आन-जाने का नाव ही एकमात्र सहारा है। पहली बार सरकार की ओर से विकास के नाम पर इस गांव में सड़क का निर्माण हो रहा है। इस निर्माण में भी गांव वाले ठेकेदार पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रहे हैं।
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स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद असग़र का कहना है कि रात में सब लोगों के सो जाने के बाद सड़क निर्माण कार्य शुरू होता है, ताकि गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया जा सके। वे आगे कहते हैं कि इस निर्माण कार्य में सभी लोग अपनी मनमानी कर रहे हैं और गांव वालों की सुविधा का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस सड़क में 20 एमएम की बजरी और पत्थर की भराई होनी थी, लेकिन सिर्फ 5 एमएम ही भराई की जा रही है। एक अन्य ग्रामीण कहते हैं कि सरकार पैसा खर्च कर सड़क जनता की सुविधा के लिए ही बनवाती है। अगर उस पैसे से जनता को सुविधा ही नहीं पहुंच पाएगी तो सड़क निर्माण का क्या फायदा। इससे अच्छा तो सड़क का निर्माण ही न हो। वे पहले की तरह कीचड़ में रह लेंगे, कम से कम सरकार का पैसा तो बच जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों में इस निर्माण कार्य में हो रही धांधली से आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस निर्माण कार्य में संवेदक और उनके मुंशी द्वारा अनियमितता बरती जा रही है।
इस निर्माण कार्य को करवा रहे मुंशी ने बताया कि ताराबाड़ी पहुंचने के लिए परिवहन मार्ग अव्यवस्थित होने के कारण डांबर देर से पहुंची है। इसी वजह से निर्माण कार्य रात के वक़्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि जहां भी निर्माण कार्य संतोषजनक नहीं है, वहां दोबारा उसके ऊपर निर्माण का काम किया जाएगा।
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