देशभर में खाद की किल्लत से रबी सीजन की बुआई बुरी तरह प्रभावित हुई है। बिहार में भी खाद की किल्लत ने विकराल रूप ले लिया है। अररिया में किसानों के लिए दुकान से खाद खरीदना किसी जंग से कम नहीं। बीते 30 दिसंबर को जिले के नरपतगंज ब्लाॅक में खाद की बिक्री के दौरान हालात बेकाबू हो गए और बुरी तरह भगदड़ मच गयी, जिसमें दो महिला सहित कम से कम तीन किसान बुरी तरह घायल हो गए। 31 दिसंबर को ‘मैं मीडिया’ की टीम ज़मीनी हक़ीकत जानने के लिए नरपतगंज पहुंची।
मधुरा उत्तर पंचायत निवासी वृद्ध किसान चानन्द पासवान ने अपने खेत में गेहूँ और मक्के की बुआई की है। यूरिया और पोटाश खाद के लिए पांच दिन से रोज़ सुबह पांच बजे खाद की दुकान में कतार में लग जाते थे। गुरुवार को दुकान खुलते ही भगदड़ मच गई, जिसमें भीड़ ने उन्हें बुरी तरह कुचल दिया। उनका पैर टूट गया, सीने और चेहरे पर भी गंभीर चोटें आई हैं। अब अपनी जान के साथ-साथ उन्हें अपनी फसल की फ़िक्र सता रही है।
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