फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी से परोरा गाँव निवासी किसान दिनेश पासवान की फसल लगातार बर्बाद हो रही है।
समाधान यात्रा के तहत 10 फरवरी को नीतीश कुमार पूर्णिया ज़िले के धमदाहा प्रखंड की विशनपुर पंचायत आने वाले थे, लेकिन आखिरी वक़्त पर प्रोग्राम कसबा प्रखंड में शिफ्ट कर दिया गया।
30 अप्रैल, 2022 को बिहार के मुख्यमंत्री और तत्कालीन उद्योग मंत्री ने पूर्णिया ज़िले के परोरा में एक ग्रीनफील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट का उद्घाटन किया।
नन्हें बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ये स्कूल कई और मानकों में फिसड्डी है। स्कूल से सटा ठीक सामने तालाब है। उसी तालाब के ऊपर स्कूल का चापाकल है।
पूर्णिया सदर SDPO सुरेंद्र कुमार सरोज बताते हैं कि यह अफवाह किसने फैलाई इसकी जांच चल रही है, अगर इसमें किसी व्यक्ति विशेष का नाम आता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
2022 के आखिरी तीन दिनों में दैनिक जागरण द्वारा चलाए गए सीरीज 'सीमांचल का सच' में कई ऐसे दावे किए गए, जो खबर के नाम पर मज़ाक लगते हैं।
2022 के आखरी तीन दिनों में दैनिक जागरण अखबार ने 'सीमांचल का सच' नाम से एक सीरीज चला कर बिहार के सबसे पिछड़े इलाके को निशाना बनाया। लेकिन, ज़मीनी हकीकत क्या है?
खाद की किल्लत को समझने के लिए दिसंबर के मध्य से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक मैं मीडिया ने किशनगंज, अररिया और पूर्णिया ज़िलों के 15 किसानों से मुलाकात की।
पूर्णिया नगर निगम के 46 वार्डों के लिए 298 उम्मीदवार वार्ड पार्षद उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं मेयर पद के लिए 27 प्रत्याशी और डिप्टी मेयर के 16 प्रत्याशी हैं।
बिहार के कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड अंतर्गत भवानीपुर खट्टी पंचायत के बबला बन्ना गांव पिछले 5 साल में आधा से ज़्यादा गंगा कटान में समा चुका है।
मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने जल संसाधन विभाग को एक पत्र लिखकर कहा कि ट्विटर पर डाले गए तथ्य सत्य से परे और भ्रामक हैं और वहां कराए गए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य…
पिछले तीन महीनों में 'मैं मीडिया' की टीम ने ऐसे दर्जनों प्रवासी मज़दूरों और उनके परिजनों से बात कर बर्बादी के स्तर को समझने की कोशिश की।
पूर्णिया ज़िले के जलालगढ़ प्रखंड की जलालगढ़ पंचायत स्थित सीमा गाँव निवासी भोजू चौहान का परिवार उन 0.2% में आता है, जिनके पास अब तक एलपीजी कनेक्शन नहीं है।
किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड के डहुआबाड़ी गाँव का निवासी जफ़ाकाश अरमग़ान 55 सेकेंड्स में रुबिक्स क्यूब पज़ल हल कर लेता है।
किशनगंज के बहदुरगंज से टेढ़ागाछ पथ के 21वें किलोमीटर में दो साल पहले झुनकी पुल का निर्माण किया गया था, जिसका एप्रोच रोड अभी तक तैयार नहीं हो सका है।