BPSC परीक्षा कैलेंडर के अनुसार, यह परीक्षा 10-12 जून के बीच होनी थी। लेकिन, हाइकोर्ट के आदेश के बाद आयोग ने राज्य में कार्यरत गेस्ट टीचरों के लिये ऑनलाइन आवेदन का पोर्टल दोबारा खोला था।
सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार, राज्य के मूल निवासी ही बिहार अधिनियम-3, 1992 के तहत राज्य में आरक्षण का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। राज्य के बाहर के निवासी इस अधिनियम के अधीन आरक्षण के लाभ के लिये दावा नहीं कर सकते हैं।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नीट परीक्षा में कथित गड़बड़ी की निंदा की। उन्होंने कहा कि पेपर लीक, परीक्षा में धांधली और भ्रष्टाचार जैसी घटनाएं नीट के साथ साथ कई और परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं। केंद्र सरकार को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी पड़ेगी। अभ्यर्थियों को बार बार अनियमितताओं और पेपर लीक की घटनाओं से जूझना पड़ रहा है, यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
NEET UG परीक्षा के परिणाम में पूरे देश में 67 बच्चों को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है। प्रत्येक छात्र को 99.997129 परसेंटाइल अंक प्राप्त हुआ है। टॉप-100 में बिहार के 7 छात्र शामिल हैं।
अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, रसायनशास्त्र, प्राणीशास्त्र व वनस्पतिशास्त्र में नियुक्त गेस्ट टीचर जो विद्यालय अध्यापक के वर्ग 11-12 में नियुक्ति के लिये अर्हत्ता रखते हैं उनसे ऑनलाइन आवेदन लिया जाना है।
याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अंजनी कुमार शरण ने सरकार को आदेश दिया कि एक महीने के अंदर अतिथि शिक्षकों को पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग अन्तर्गत आने वाले शिक्षक पदों के लिये भी ग्रेस मार्क्स दिये जायें। तब तक के लिये कोर्ट ने तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा पर स्टे लगा दिया है।
कार्यक्रम के अनुसार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पदों के लिये दस्तावेज़ों का सत्यापन 5-15 जून के बीच होगा। साथ ही अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) और सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण) पदों के लिये सिर्फ 15 जून को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा।
विज्ञापन के संबंध में विस्तृत जानकारी और ऑनलाइन आवेदन भरने के लिये ज़रूरी निर्देश आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर दिया गया है।
बिहार कृषि सेवा के विभिन्न पदों के लिये हुई लिखित परीक्षा का परिणाम अब तक जारी नहीं हुआ है, जो 30 अप्रैल तक होना था। वहीं, 30 अप्रैल तक ही ड्रग इंस्पेक्टर पदों के लिये हुई परीक्षा का फाइनल रिज़ल्ट जारी किया जाना था।
आयोग ने 'बिहार कृषि सेवा' के विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिये हुई प्रतियोगिता परीक्षा का दूसरा प्रोविज़निल उत्तर 18 अप्रैल को आयोग के वेबसाईट पर प्रदर्शित करते हुए 23-25 अप्रैल तक उम्मीदवारों से आपत्ति आमंत्रित किया था।
अगर आपने भी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किसी भी तरह की परीक्षा के लिये ऑनलाइन आवेदन किया है और आवेदन के लिये दो बार पेमेंट करना पड़ा है, तो आप अपना पैसा वापस प्राप्त कर सकते हैं।
कैंसिल हुई परीक्षाएं अब लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यानी कि 10-12 जून के बीच होगी। वहीं, 10 जुलाई को रिज़ल्ट आने की संभावना है। हेड टीचर पदों के लिये 13 जून को और हेड मास्टर पदों के लिय 14 जून को परीक्षा आयोजित की जायेगी। इन दोनों परीक्षाओं का रिज़ल्ट क्रमशः 18 जुलाई और 20 जुलाई को आयेगा।