राज्य में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जारी है। इसी बीच आयोग ने स्कूल हेडमास्टर पदों के लिये 42,261 वैकेंसी निकाली है। इनमें शिक्षा विभाग के अंतर्गत आनेवाले प्राथमिक स्कूलों तथा प्लस टू स्कूल के साथ-साथ अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाले प्लस टू स्कूलों के हेडमास्टर पदों की वैकेंसी भी शामिल हैं।
शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्कूलों के हेडमास्टर पदों के लिये 40,247 रिक्तियां हैं। वहीं, प्लस टू स्कूलों के हेडमास्टर पदों के लिये 6,061 रिक्ति और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाले प्लस टू स्कूलों के हेडमास्टर पदों के लिये 3 रिक्तियां हैं।
इन पदों के लिये ऑनलाइन आवेदन 11 मार्च से स्वीकार किया जायेगा। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 2 अप्रैल निर्धारित है। ऑनलाइन आवेदन करने से पहले आयोग ने अभ्यर्थियों को विस्तृत विज्ञापन तथा महत्वपूर्ण निर्देशों की भली भांति अध्ययन कर लेने की सलाह दी है।
प्राथमिक स्कूलों के हेडमास्टर पदों पर चयनित होने वाले शिक्षकों का प्रारंभिक वेतन 30,500 रूपये और प्लस टू स्कूल हेडमास्टर पदों पर चयनित होने वाले शिक्षकों का वेतन 35,000 रूपये होगा। इसके साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर किये जाने वाले वेतन पुनरीक्षण के आधार पर वेतन में बढ़ोतरी होगी।
चयन प्रक्रिया
हेडमास्टर का चयन आयोग द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। प्राथमिक स्कूलों के हेडमास्टर पदों के लिये 150 अंकों की परीक्षा होगी। परीक्षा के लिये ढाई घंटे (2 घंटा 30 मिनट) का समय मिलेगा। सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे तथा प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। परीक्षा में ग़लत उत्तर के लिये निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है।
प्राथमिक स्कूल हेडमास्टर के लिये
प्राथमिक स्कूल हेडमास्टर परीक्षा का प्रश्न पत्र दो भागों में बंटा होगा। भाग-1 सामान्य अध्ययन पत्र है, जिसमें 75 प्रश्न होगा। इसमें प्राथमिक गणित व मानसिक योग्यता, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटना चक्र, सामान्य विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय राजनीति से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे। वहीं, पेपर के दूसरे भाग में डीएलएड विषय (शिक्षण विधि) से संबंधित प्रश्न होंगे। पेपर के दूसरे भाग में भी 75 प्रश्न पूछे जायेंगे।
वहीं, प्लस टू स्कूल हेडमास्टर पदों के लिये होने वाली परीक्षा का प्रश्न पत्र भी दो भागों में बंटा होगा। पहले भाग में सामान्य अध्ययन के 100 प्रश्न होंगे। इसमें प्राथमिक गणित व मानसिक योग्यता, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटना चक्र, सामान्य विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय राजनीति से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे।
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प्रश्न पत्र के दूसरे भाग में 50 प्रश्न बीएड विषय से संबंधित होंगे। प्रश्न पत्र प्लस टू स्कूलों के सिलेबस से संबंधित होगा, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिये निर्धारित न्यून्तम अहर्ता के आधार पर होगा।
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिये सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 40%, पिछड़ा वर्ग को 36.5%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग को 34%, अनुसुचित जाति/जनजाति, महिलाओं तथा निःशक्तता से ग्रस्त(दिव्यांग) के लिए 32%, अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा, अन्यथा वे प्रतियोगिता परीक्षा से बाहर हो जाएंगे।
परीक्षा शुल्क
इन पदों के लिये सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 750 रूपये, एससी/एसटी, महिला तथा दिव्यांग अभ्यर्थियों को 200 रूपये और अन्य सभी प्रकार के अभ्यर्थियों को 750 रूपये परीक्षा शुल्क के रूप में अदा करना होगा।
इसके अलावा अभ्यर्थियों को बायोमेट्रिक शुल्क के तौर पर 200 रूपये अदा करना होगा। वैसे अभ्यर्थी जिनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन में पहचान पत्र के रूप में आधार अंक अंकित किया जायेगा, उन्हें बायोमेट्रिक शुल्क नहीं देना होगा।
शैक्षणिक योग्यता व अनुभव
हेडमास्टर पदों के लिये आवश्यक है कि आवेदक भारत का नागरिक हो तथा बिहार राज्य के निवासी हो। प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर पदों के लिये राज्य के सरकारी स्कूल के सभी शिक्षक परीक्षा में भाग लेने के योग्य हैं। लेकिन, इन शिक्षकों के पास बिहार के प्रारंभिक (वर्ग 1-8) स्कूलों में 8 साल पढ़ाने का अनुभव होना चाहिये। इन शिक्षकों की उम्र 58 वर्ष से से अधिक नहीं होनी चाहिये।
+2 हेडमास्टर के लिये शैक्षणिक योग्यता
+2 स्कूल के हेडमास्टर पदों के लिये मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना आवश्यक है। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, अत्यन्त पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग, महिला व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक में 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
मौलाना मजहरूल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय, पटना, बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदत्त फाजिल की डिग्री व कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त आचार्य की डिग्री को स्नातकोत्तर के समतुल्य माना जायेगा।
मान्यता प्राप्त संस्था से बी.एड./बी.ए.एड./बी.एससी.एड. उत्तीर्ण होना जरूरी है। वर्ष 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षक के लिये शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। वहीं, वर्ष, 2012 से पूर्व नियुक्त पंचायती राज/नगर निकाय संस्था अन्तर्गत नियुक्त शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक होगा।
विभिन्न बोडों जैसे कि CBSE/ICSE/BSEB से संबद्ध विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा/पात्रता परीक्षा का प्रावधान लागू नहीं होगा।
+2 हेडमास्टर पदों के लिये अनुभव
बिहर के स्कूलों में पंचायती राज संस्था व नगर निकाय संस्था अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 8 वर्ष लगातार पढ़ाने का अनुभव होना आवश्यक है। CBSE/ICSE/BSEB से स्थायी एफिलियेशन प्राप्त विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12 वर्ष लगातार पढ़ाने का अनुभव होना चाहिये।
वहीं, बिहर के पंचायती राज संस्था व नगर निकाय संस्था अन्तर्गत स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 4 वर्ष लगातार पढ़ाने का अनुभव होना ज़रूरी है। CBSE/ICSE/BSEB से स्थायी एफिलियेशन प्राप्त विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 10 वर्ष लगातार पढ़ाने का अनुभव होना चाहिये।
5 मार्च का अनुभव से संबंधित अपडेट
आयोग द्वारा 5 मार्च को अनुभव से संबंधित अपडेट जारी किया है। इसमें बताया गया है कि पंचायतीराज संस्था व नगर निकाय संस्था अन्तर्गत नियुक्त उच्च माध्यमिक शिक्षक यदि वर्ग 11-12 के विद्यालय अध्यापक के पद पर नियुक्त हो गए हैं तो न्यूनतम 4 वर्ष की लगातार सेवा की गणना में स्थानीय निकाय के अवधि को भी जोड़ा जा सकेगा।
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