किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड के सीओ यानी अंचलाधिकारी अजय कुमार और आरओ (RO) नौशाद हैदर पर जमीन के म्यूटेशन के लिए जमीन मालिकों से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। जमीन मालिकों का कहना है कि रिश्वत नहीं देने पर दाखिल खारिज करवाने के लिए दिए गए आवेदन को बार बार अस्वीकृत कर दिया जाता है। इसको लेकर कुछ जमीन मालिकों ने किशनगंज जिला पदाधिकारी को लिखित शिकायत भेजी है।
कुरेला गांव निवासी, जमीन मालिक और शिकायतकर्ता दिवास कुमार दास ने कहा कि उनके दादा के नाम पर 1 एकड़ 94 डिसमिल ज़मीन की बंदोबस्ती की गई थी। उनके दादा की मृत्यु के बाद ज़मीन को परिवार के नाम पर बंदोबस्ती करवाने के लिए वह दस सालों से दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं। दिवास कुमार का कहना है कि एडीएम से आदेश मिलने के बावजूद अंचलाधिकारी सालों से टालमटोल कर रहे हैं और उनसे पचास हज़ार रुपये की मांग कर रहे हैं जो उनके लिए देना संभव नहीं है।
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वहीं एक और शिकायतकर्ता शाहनवाज आलम ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के नाम से बहादुरगंज प्रखंड के बैसा जुड़ैल गांव में तीन डिसमिल जमीन खरीदी थी। उस जमीन का दाखिल खारिज करवाने के लिए उन्होंने बहादुरगंज अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था। शाहनवाज़ का आरोप है कि उनका काम करवाने के लिए आरओ नौशाद हैदर ने कुछ दूसरे लोगों के द्वारा उनसे तीस हजार रुपये की मांग की। पैसा न देने पर उनके आवेदन को कई बार अस्वीकृत कर दिया गया है।
इस मामले में किशनगंज जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि उन्हें बहादुरगंज के सीओ की कुछ शिकायतें मिली हैं। इस पर तहक़ीक़ात की जा रही है और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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