बिहार लोक सेवा आयोग के दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल शिक्षक अभ्यर्थी ने यदि पिछले छह महीने में आधार कार्ड में फोटो या नाम में बदलाव किया है, तो नियुक्ति काउंसिलिंग के दौरान उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर ऐसे शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति काउंसिलिंग को स्थगित रखने का निर्देश दिया है।
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किसी अभ्यर्थी ने अपने आधार कार्ड में बदलाव किया है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए ‘एम-आधार’ मोबाइल एप्लीकेशन की मदद ली जायेगी।
उल्लेखनीय है कि ‘एम-आधार’ मोबाइल एप्लीकेशन में लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से लॉग-इन करने से पूरा इतिहास निकल आता है कि किसी व्यक्ति ने कब-कब अपना फोटो, नाम, पता इत्यादि बदला है।
ज़िला शिक्षा पदाधिकारियों को इस पत्र के निर्गत होने की तिथि से काउंसिलिंग में आने वाले सभी अभ्यर्थियों के आधार में बदलाव के कार्यों के इतिहास को अनिवार्य रूप से देखने और संतुष्ट हो लेने की हिदायत दी है।
यदि अधिकारियों को पता चला कि सफल अभ्यर्थियों ने आधार कार्ड में अपना फोटो या नाम बदला है, तो ऐसे मामलों को संदेहास्पद स्थिति में रखा जाएगा और उनकी काउंसिलिंग पर रोक लगा दी जायेगी।
बताते चलें कि दूसरे चरण में सफल शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति काउंसलिंग जारी है। काउंसलिंग के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों को इंडक्शन प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
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