बिहार की मुंगेर सीट पर लोकसभा चुनाव-2024 में जदयू के दिग्गज राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राजद के टिकट पर बाहुबाली अशोक महतो की पत्नी अनीता कुमारी महतो चुनौती देंगी। ललन सिंह दो बार मुंगेर सीट पर सांसद रह चुके हैं। वहीं, अनीता कुमारी पहली बार कोई चुनाव लड़ रही हैं। बाहुबली अशोक महतो पिछले साल ही जेल से बाहर आये हैं। जेल से बाहर आते ही उन्होंने अनीता कुमारी से शादी की थी।
इधर दूसरे बाहुबाली नेता और मोकामा सीट से विधायक रह चुके अनंत सिंह पेरोल पर जेल से बाहर आये हैं। जेल से बाहर आते ही वह जदयू उम्मीदवार के लिये प्रचार भी करने में लग गये हैं। हालांकि, उनकी पत्नी नीलम देवी राजद की टिकट पर मोकामा सीट से विधायक हैं।
मुंगेर सीट पर पिछले चार लोकसभा चुनावों की बात करें तो 2004 में यह सीट राजद, 2009 में जदयू, 2014 में लोक जनशक्ति पार्टी और 2019 में जदयू यह सीट जीतने में कामयाब रही है। हालांकि, इस बार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए गठबंधन का हिस्सा है।
मुंगेर सीट के बारे में
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में 20 लाख से अधिक वोटर हैं, जिसमें पुरुष वोट तक़रीबन 11 लाख और महिला वोटर साढ़े नौ लाख है।
मुंगेर में छह विधानसभा क्षेत्र हैं – सूर्यगढ़ा, जमालपुर, लखीसराय, बाढ़, मुंगेर और मोकामा। इन विधानसभा सीटों में से तीन पर एनडीए गठबंधन के एमएलए हैं और बाक़ी तीन पर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के एमएलए हैं।
01.01.2024 को प्रस्तावित फाइनल रोल में वोटरों की संख्या | |||||
No. | Assembly Name | Male | Female | Third Gender | Total Voters |
165 | Munger | 184057 | 163290 | 21 | 347368 |
166 | Jamalpur | 180621 | 157234 | 11 | 337866 |
167 | Suryagarha | 193795 | 168207 | 2 | 362004 |
168 | Lakhisarai | 210152 | 184954 | 11 | 395117 |
178 | Mokama | 152039 | 138471 | 3 | 290513 |
179 | Barh | 154976 | 139768 | 4 | 294748 |
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटर | 2027616 |
सूर्यगढ़ा से राजद के प्रहलाद यादव, लखीसराय से भाजपा के विजय कुमार सिन्हा, बाढ़ से भाजपा के ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, मुंगेर से भाजपा के प्रणव कुमार, जमालपुर से कांग्रेस के अजय कुमार सिंह और मोकामा से राजद की नीलम देवी मौजूदा एमएलए हैं।
किसने कब जीता मुंगेर लोकसभा सीट
1951 और 1957 में कांग्रेस के बनारसी प्रसाद सिन्हा और नयन तारा दास यहां से सांसद बने। 1951 में इस सीट का नाम ‘मुंगेर सदर सह जमुई’ था। 1951 और 1957 के चुनावों में मुंगेर सीट से दो-दो सांसद चुने गये थे। बनारसी प्रसाद सिन्हा 1962 में भी मुंगेर से सांसद बने।
1964 में सांसद रहते हुए ही बनारसी प्रसाद सिन्हा का देहांत हो गया, जिस वजह से मुंगेर सीट पर उपचुनाव का आयोजन हुआ। उपचुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के मधु लिमये रामचंद्र सांसद बने। मधु लिमये रामचंद्र 1967 के लोकसभा चुनाव में भी सांसद चुने गये थे।
1971 में कांग्रेस के देवनंदन प्रसाद यादव, 1977 में भारतीय लोक दल के श्री कृष्ण सिंह, 1980 में कांग्रेस के देवेंद्र प्रसाद यादव, 1984 में कांग्रेस (यू) के टिकट पर देवेन्द्र प्रसाद यादव, 1989 में जनता दल के धनराज सिंह, 1991 तथा 1996 में ब्रह्मानंद मंडल, 1998 में राजद के बिजय कुमार और 1999 में एक बार फिर ब्रह्मानंद मंडल यहां से सांसद निर्वाचित हुए। ब्रह्मानंद मंडल 1991 में सीपीआई के टिकट पर, 1996 में समता पार्टी और 1999 में राजद के टिकट पर सांसद बने थे।
इसी प्रकार, 2004 में राजद के जयप्रकाश नारायण यादव, 2009 में जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, 2014 में लोक जनशक्ति पार्टी की वीणा देवी और 2019 में एक बार फिर जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मुंगेर से सांसद चुने गये।
2020 का विधानसभा चुनाव
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज़्यादा वोट राजद के नेतृत्व वाली महागठबंधन को मिले थे। वहीं, वोट लाने के मामले में एनडीए गठबंधन दूसरे नंबर पर और लोक जनशक्ति पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी।
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में महागठबंधन को 3,75,368 वोट, एनडीए गठबंधन को 3,47,557 वोट और लोक जनशक्ति पार्टी को 72,771 वोट मिले थे।
Constituency | RJD+ | BJP+ | LJP |
Munger | 74329 | 75573 | — |
Jamalpur | 57196 | 52764 | 14643 |
Surajgarha | 62306 | 52717 | 44797 |
Lakhisarai | 63729 | 74212 | — |
Mokama | 78721 | 42964 | 13331 |
Barh | 39087 | 49327 | — |
Total | 375368 | 347557 | 72771 |
2019 का लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव में मुंगेर सीट पर जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस की नीलम देवी को 1,67,937 वोटों से पराजित किया था। ललन सिंह को 5,28,762 और नीलम देवी को 3,60,825 वोट प्राप्त हुए थे।
विधानसभा वार मिले वोटों की संख्या
2019 के चुनाव में मेंगेर लोकसभा सीट के अन्तर्गत आने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों में जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने और एक विधानसभा क्षेत्र मोकामा में कांग्रेस की नीलम देवी ने बढ़त ली थी।
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जमालपुर विधानसभा में जदयू को 91,366 वोट, कांग्रेस को 54,053 वोट, मुंगेर में जदयू को 95,980 वोट, कांग्रेस को 64,817 वोट, सूर्यगढ़ा में जदयू को 96,960 वोट, कांग्रेस को 58,021 वोट तथा लखीसराय में जदयू को 1,15,151 और कांग्रेस को 57,173 वोट हासिल हुए थे।
इसी प्रकार, मोकामा में जदयू के राजीव रंजन सिंह को 61,775 वोट, कांग्रेस की नीलम देवी को 62,644 वोट तथा बाढ़ विधानसभा में राजीव रंजन सिंह को 64,287 और नीलम देवी को 62,595 वोट मिले।
राजद प्रत्याशी अनीता कुमारी महतो
मुंगेर लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी अनीता कुमारी महतो बाहुबली नेता अशोक महतो की पत्नी हैं। शादी से पहले वह नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे की सेंट्रल हॉस्पिटल में फार्मसिस्ट के तौर पर कार्यरत थी। मूल रूप से वह लखीसराय की रहने वाली हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2001 में हुए नवादा जेल ब्रेक मामले में अशोक महतो 17 साल की सज़ा काट चुके हैं। वह पिछले साल ही जेल से निकले हैं। चूंकि वह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते थे, इसलिये उन्होंने जेल से निकलते ही 60 साल की उम्र में शादी कर ली। ज्ञात हो कि दो साल से अधिक सज़ा काट चुके व्यक्ति जेल से निकलने के छह साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
46 वर्षीय अनीता कुमारी के ऊपर कोई भी आपराधिक मुक़दमा दर्ज नहीं है। उन्होंने फार्मेसी की पढ़ाई की है। उनके पास एक करोड़ 31 लाख से अधिक रुपये की जायदाद है। वहीं, उनके पति अशोक महतो के पास तक़रीबन 70 लाख रुपये की जायदाद है।
एनडीए प्रत्याशी ललन सिंह
70 वर्षीय जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के ख़िलाफ़ कोई भी आपराधिक मुक़दमा दर्ज नहीं है। उन्होंने भागलपुर स्थित टीएनबी कॉलेज से बीए ऑनर्स किया है। वह तक़रीबन 13 करोड़ रुपये की जायदाद के मालिक हैं। उनके पास इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का लगभग 19 लाख रुपये का बक़ाया है। उनकी पत्नी के पास 94 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति है। उनकी पत्नी के ऊपर 10 लाख रुपये से अधिक का क़र्ज़ है।
उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत राज्यसभा सांसद बनकर की। वह 2000-2004 तक राज्यसभा सांसद रहे। 2004 में वह बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से जदयू के टिकट पर सांसद चुने गये। 2009 में ललन सिंह मुंगेर से सांसद बने।
2014 में वह मुंगेर लोकसभा सीट पर चुनाव हार गये थे, जिसके बाद उनको जदयू ने बिहार विधान परिषद भेजा था। 2014-2019 तक वह बिहार विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) रहे। वह बिहार के पथ निर्माण मंत्री, जल संसाधन मंत्री और योजना व विकास मंत्री भी रह चुके हैं। वह जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
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