नदी में डूबी नाव का यह नज़ारा किशनगंज जिला अंतर्गत पोठिया प्रखंड के खड़खड़ी घाट का है। डोंक नदी किनारे इस घाट पर नाव चलाने वाले मोहगौर गांव निवासी नईमुद्दीन हाजी की दिल्ली से किशनगंज आते समय ट्रेन पर मौत हो गई थी।
जनाज़े के लिए आस पास के गांवों से सैकड़ों लोग मोहगौर पहुंचने लगे लेकिन गांव आने के लिए पर्याप्त साधन मौजूद नहीं था जिसके कारण कई लोग वापस भी लौट गए।
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घाट पर केवल नाव मौजूद था जिसपर कई लोग सवार हुए लेकिन बीच रास्ते में नाव पलट गई। ग़नीमत रही की कोई भारी नुकसान नहीं हुआ हालांकि लोगों के मोबाइल फ़ोन और दूसरे सामान पानी में गिर गए। लोगों का कहना है कि यहां इस तरह की घटना बहुत आम है। लंबे समय से इलाके के लोग जन प्रतिनिधियों से पुल की मांग कर रहे हैं लेकिन वे केवल आश्वासन देते रहते हैं और समय बीतता रहता है।
मोहगौर गांव निवासी रफ़ीक़ आलम ने बताया कि वह और गांव के अन्य लोग किशनगंज विधायक इज़हारुल हुसैन के पास कई बार गए और पुल निर्माण की मांग की। तब विधायक इज़हारुल हुसैन ने कहा था कि काम 3 महीने में हो जाएगा लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद पुल का काम नहीं किया गया।
ग्राम कचहरी रायपुर के सरपंच प्रतिनिधि शफ़क़त हुसैन ने बताया कि पुल न होने के कारण बच्चों और महिलाओं को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ख़ास कर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में अब तक कई हादसे पेश आ चुके हैं।
इस मामले में किशनगंज विधायक इज़हारुल हुसैन ने बताया कि डोंक नदी किनारे खड़खड़ी घाट पर पुल बनाने के लिए ड्रोन से जगह की मापी की गई है और फिलहाल पुल निर्माण का कार्य डीपीआर प्रक्रिया में है। धीरे धीरे सारी प्रक्रियाएं पूरी कर पुल का निर्माण कराया जाएगा।
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