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बिहार के 28 जिलों में खुलेंगे ट्रैफिक पुलिस स्टेशन, 4,215 पदों पर होगी नई नियुक्ति

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :

सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में गृह विभाग ने राज्य में यातायात नियंत्रण और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य के 12 जिलों में यातायात थाने (ट्रैफिक पुलिस स्टेशन) पहले से मौजूद हैं। इसके अलावा राज्य में अलग-अलग जिलों में 28 नए यातायात थानें बनाए जाएंगे।

जानकारी के अनुसार इन 28 यातयात थानों के संचालन के लिए 4,215 पदों पर नियुक्तियां होंगी। इनमें से पहले से मौजूद 3,366 पदों पर सीधी नियुक्ति होगी, और 849 नए पदों पर नई भर्ती की जायेगी।

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कुल 4,215 पदों की नियुक्तियों में से 3,366 पदों की नियुक्तियां जनसंख्या के अनुपात के आधार पर की जाएगी। 28 शहरों में से 23 शहर पहली श्रेणी में हैं वहीं दूसरी श्रेणी में 5 शहर हैं।


जिन 12 जिलों में पहले से यातायात थाने मौजूद हैं उनकी सूची इस प्रकार है। पटना (3 थाने), गया (2 थाने), मुजफ्फरपुर, भागलपुर, आरा(भोजपुर), छपरा (सारण), बिहारशरीफ (नालंदा), दरभंगा, मुंगेर, बेगूसराय, कटिहार और पूर्णिया।

इन शहरों में शुरु होंगे यातायात थाने

जिन 28 शहरों में यातायात थानों की शुरुआत होने वाली है उन्हें 2 श्रेणी में बांटा गया है। पहली श्रेणी में 2 लाख से अधिक आबादी वाले 23 शहरों को रखा गया है। वहीं दुसरी श्रेणी में दो लाख से कम आबादी वाले 5 शहर हैं।

2 लाख से अधिक आबादी वाले 23 शहरों के नाम इस प्रकार हैं- किशनगंज, नवादा, सिवान, बक्सर, मधुबनी, जहानाबाद, भभुआ (कैमूर), सुपौल, सहरसा, जमुई, रोहतास, बेतिया (पश्चिमी चंपारण), वैशाली, औरंगाबाद, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, लखीसराय, बाँका, खगड़िया, मोतिहारी (पूर्वी चम्पारण) और मधेपुरा।

2 लाख से कम आबादी वाले 5 शहरों के नाम इस प्रकार हैं- अरवल, शिवहर, बगहा (पश्चिमी चम्पारण), शेखपुरा और नवगछिया (भागलपुर)

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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