नेपाल में हुई तेज बारिश के बाद किशनगंज जिले के दिघलबैंक की दो प्रमुख नदियों के जलस्तर अचानक बढ़ने से निचले इलाकों में अफरातफरी देखी गयी जबकि कई घाटों पर चचरी पुल बह गये हैं। सीमावर्ती क्षेत्र सहित नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है। इस कारण जलग्रहण क्षेत्र से होकर निकली प्रखंड क्षेत्र की दो प्रमुख नदियां कनकई व बूढ़ी कनकई के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखी गयी। कनकई नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से बाद सिंघीमारी पंचायत के पलसा, मंदिरटोला और कंचनबाड़ी घाट पर बना चचरी पुल ढह गये हैं। कनकई नदी पर बना चचरी पुल णह जाने से नदी पार के पलसा, डाकूपाड़ा, बैधनाथ पलसा, बलवाडांगी, मंदिरटोला गांव से संपर्क टूट गया है। अब इन गांवों तक पहुँचने के लिए नाव ही एक मात्र साधन बच गया है जिससे एक बड़ी आबादी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।
भारी बारिश के बीच चचरी पुल के बह जाने के बाद सिंघीमारी पंचायत के पलसा, डाकूपारा, आदिवासी टोला, बेधनाथ पलसा, बलवाडांगी, मंदिर टोला गांव के लोगों के लिए छह महीने तक के लिए एक बार फिर मुश्किलें बढ़ गयी है। लोगों को किसी काम के पंचायत भवन या प्रखंड मुख्यालय जाना हो, तो नाव ही एक मात्र उपाय रह गया है। नदी पार के ग्रामीण राज नारायण सिंह, राजेश कुमार, सेना पति आदि लोगों ने बताया कि शनिवार की रात नेपाल में हुई भारी बारिश से पलसा घाट पर बना चचरी पुल धीरे धीरे पानी में बह गया। चचरी पुल के बहने से पूरे बरसात के लिए उनकी मुश्किलें बढ़ गयी है।
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