किशनगंज के सांसद डॉ. जावेद आज़ाद ने सुरजापुरी मुसलमानों को अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग की है।
उन्होंने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में सुरजापुरी मुसलमानों को आरक्षण मिला हुआ है, उसी तर्ज पर बिहार में भी सुरजापुरी मुसलमानों को अत्यंत पिछड़ा वर्ग का आरक्षण मिलना चाहिए।
डॉ. जावेद ने कहा कि जाति आधारित जनगणना ने साफ कर दिया है कि राज्य में पिछड़े लोगों की आबादी सबसे अधिक है और वह सुरजापुरी मुसलमानों को पिछड़ा वर्ग का आरक्षण दिलाने को लेकर बहुत पहले से प्रयासरत हैं।
“2003 में मैंने, मिनिस्टर ज़ाहिदुर रहमान और मिनिस्टर महबूब अली कैसर साहब के साथ मिलकर आदरणीय लालू जी से रिक्वेस्ट किया था। अपनी मांग मनवाने के लिए हमोलोगों ने मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा तक पेश कर दिया था। हम आभार व्यक्त करना चाहते हैं कि लालू जी ने सर्वे कराया और सुरजापुरी को अनेक्स्चर टू में लिया गया,” उन्होंने कहा।
सांसद डॉ. जावेद ने आगे कहा, “जब एग्रीकल्चर कॉलेज का शिलान्यास करने के लिए आदरणीय नीतीश जी आए थे तो हमलोगों ने उनसे इसपर चर्चा की थी। उन्होंने वादा किया था, लेकिन उसमें अभी तक कोई पहल नहीं हो पायी है। बाकी समाज की तरह सुरजापुरी को भी आरक्षण मिलना चाहिए।”
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पूरे देश में हो जाति आधारित गणना
बिहार में हुई हालिया जाति आधारित गणना को लेकर सांसद डॉ. जावेद ने कहा कि इस तरह का सर्वे पूरे देश में होना चाहिए। इसके अलावा अलग-अलग जाति और वर्ग की शैक्षणिक व आर्थिक स्थिति का आकलन भी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज के पिछड़े लोग आगे आएं, ऐसा सपना बापू (महात्मा गांधी) का था और यही सपना हमारे नेता राहुल गांधी का भी है।
“हमारे आदरणीय नेता राहुल गांधी ने पार्लियामेंट में कहा कि एक तरफ 65-70 फीसद आबादी पिछड़ा है। उन्होंने उदाहरण भी दिया कि 90 सीनियर ऑफिसर जो हिंदुस्तान की हर मशीनरी को चलाते हैं। उसमें 80-85 परसेंट आबादी का रिप्रिजेंटेशन सिर्फ 3 या 4 लोग करते हैं। ऐसा होना नहीं चाहिए,” उन्होंने कहा।
डॉ. जावेद आजाद ने आगे कहा, “समाज में सभी लोगों को मौका मिलना चाहिए। ऐसा तो है नहीं कि हमसे कोई ज्यादा समझदार है या हम किसी की तुलना में ज्यादा समझदार हैं। जिसको अवसर मिलता है, उसकी गुणवत्ता पता चल जाती है। हम अपने नेता राहुल गांधी की तरह मांग करते हैं कि जाति गणना पूरे देश में हो।”
किशनगंज में हो रहा तेज गति से विकास
प्रेस काॅन्फ्रेंस में डॉ. जावेद ने दावा किया कि पूरे बिहार में सबसे ज्यादा विकास कार्य किशनगंज में हो रहा है और पिछले 25-30 सालों में जितना विकास का काम काम हुआ है उससे अधिक कार्य उनके साढ़े चार साल के कार्यकाल में हुआ है।
“पूरे बिहार में जितने पुल बन रहे हैं, उसका एक तिहाई किशनगंज में बन रहा है। कभी हमने सोचा नहीं था कि हमारे यहां एक नेशनल हाई-वे रहते हुए एक्सप्रेस-वे बनेगा, जो हमने गडकरी साहब से मांग कर लिया। हमलोग बचपन से सुनते आ रहे थे कि गलगलिया से अररिया तक रेलवे शुरू होगा, आज उस पर शुरू से काम हो रहा है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “इलाके में बॉर्डर रोड बन रहा है, फ्लाई ओवर्स बन रहे है। किशनगंज से होते हुए बहादुरगंज से लेकर टेढ़ागाछ तक सड़क बन रही है। बायसी से दिघलबैंक होते हुए नेपाल बॉर्डर तक चौड़ी सड़क बन रही है। किशनगंज और ठाकुरगंज में 65-70 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे का काम शुरू होने वाला है।”
इसके अलावा सांसद डॉ. जावेद ने अपने द्वारा पास करवाए गए कामों की लंबी सूची गिनाई। उन्होंने मारवाड़ी कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) कोर्स शुरू होने से लेकर पासपोर्ट ऑफिस खुलने तक का क्रेडिट लिया। हालांकि सांसद ने किशनगंज के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस को लेकर कहा कि वह इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
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