बिहार सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। आंगनबाड़ी सेविका को अब मासिक मानदेय के तौर पर 7,000 रुपये और आंगनबाड़ी सहायिका को 4,000 रुपये मिलेंगे।
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद (कैबिनेट) की बैठक में आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी को स्वीकृति मिली। मंत्रिपरिषद की बैठक में विभिन्न विभागों के कुल 19 ऐजेंडों पर मुहर लगी।
मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में हुई बढ़ोतरी से राज्य सरकार के 286 करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे।
बताते चलें कि बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग अंतर्गत चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविकाओं और सहायिकाओं की कुल स्वीकृत पदों की संख्या 2,30,018 है।
केंद्र और राज्य सरकार दोनों की सहायता से चलने वाली इस योजना का 60 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करती है। लेकिन, सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी के निर्णय के बाद योजना को चलाने वाली राशि में राज्य सरकार का शेयर 61.43 फीसद और केंद्र सरकार का शेयर 38.57 हो जायेगा।
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उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका को मासिक मानदेय के तौर पर 5,950 रुपये और सहियाका को मासिक मानदेय के तौर पर 2,975 रुपये मिलते थे।
बताते चलें कि आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने अपने मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर राज्य स्तर पर कई बार आन्दोलन भी किया था।
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