साल 2017 की प्रलयकारी बाढ़ में सिहागांव के पास एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। पुल क्षतिग्रस्त होने के 5 साल बीत जाने के बाद भी दोबारा पुल का निर्माण नहीं हो पाया है
बांस का यह पुल कटिहार ज़िले के अमदाबाद प्रखंड को मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर-2 प्रखंड से जोड़ता है।
“नदी की दूसरी तरफ मेरा मायके है। नदी की पश्चिम तरफ ससुराल है और पूरब की तरफ मायके है। आने जाने में बहुत परेशानी होती है।” 70 साल की आसमा खातून की शादी 40-50 साल पहले नदी की दूसरी तरफ के गांव में इस उम्मीद में कराई गई थी की कुछ सालों में नदी पर […]
करीब एक दर्जन नौजवानों की एक टोली तकरीबन 160 किलोमीटर लम्बी एक पदयात्रा पर निकली है। जी, 160 किलोमीटर। 160 किलोमीटर दूरी पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तर दिनाजपुर ज़िले (Uttar Dinajpur District) के जिला मुख्यालय से सबसे दूर बसे सोनापुर इलाके की है। यानी जिला मुख्यालय में किसी को कुछ काम हो तो 320 […]
बिहार के कटिहार ज़िले के कुछ ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री मोदी का मंदिर बना दिया है। ज़िले के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत बघौरा पंचायत के सिंघरोल गाँव में पिछले तीन सालों से ग्रामीण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला बना कर पूजा करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर हर साल 17 सितंबर को उनकी मूर्ति गाँव के […]
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में हर साल सैलाब तबाही मचाता है। और इस दौरान सीमांचल के दर्जनों कमज़ोर पुल पुलिया पानी के तेज बहाव में क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन आज आपको हम ऐसे पुल की कहानी दिखाने वाले हैं जो तीन करोड़ 11 लाख की लागत से बना और बनने के 3 साल बाद […]
बढ़ती महंगाई के बीच, बिहार के सीमांचल क्षेत्र, कटिहार में लगाए गए बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर, आग में घी का काम कर रहा है।
जुलाई महीना अंत होते-होते देश को पहला आदिवासी राष्ट्रपति मिल जाएगा। द्रौपदी मुर्मू भाजपा के NDA गठबंधन से राष्ट्रपति उम्मीदार हैं और उनका चुनाव जीतना लगभग तय माना जा रहा है। लेकिन, देश के दूर दराज़ के इलाकों में आज भी आदिवासी गाँव की अनदेखी हो रही है। यह सीमांचल के किशनगंज जिला मुख्यालय से […]
सीमांचल में ग्रामीण कार्य विभाग के संवेदक की निष्क्रियता की वजह से कैसे ग्रामीण परेशान होते हैं, इसका जीता जागता उदहारण इन दिनों पूर्णिया ज़िले के बायसी प्रखंड में देखने को मिल रहा है। बायसी प्रखंड की हरिनतोड़ पंचायत और खपरा पंचायत के बीच माला-सकरबलिया पथ पर संवेदक ने बरसात से ठीक पहले निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
कटिहार जिले के कदवा प्रखंड अंतर्गत शेखपुरा गांव में महानंदा नदी पर बने तटबंध को लेकर स्थानीय ग्रामीण भयभीत हैं। लोगों का दावा है कि इसी साल मई-जून महीने में करोड़ों की लागत से तटबंध की मरम्मत की गई, लेकिन तटबंध और कमज़ोर हो गया है। यहाँ तक कि 40 साल पहले तटबंध पर बने […]
अररिया जिले में सरकारी फंड से एक शवदाह गृह बनाया गया था। यह जिले का एकमात्र शवदाह गृह था, लेकिन सरकारी लापरवाही और उदासीनता के कारण यह खंडहर में तब्दील हो गया है। दरअसल, इस मुक्तिधाम शवदाह गृह के बनाने का उद्देश्य था कि मृत्यु के बाद हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार अंतिम समय में […]
2 अक्टूबर 2019 को मोदी सरकार ने देश सहित बिहार को बड़े ही धूमधाम के साथ खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया। लेकिन, राज्य के किशनगंज जिला अंतर्गत पोठिया प्रखंड की परलाबाड़ी पंचायत के छगलिया मध्य विद्यालय के बच्चे आज भी खुले में ही शौच करने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं यह […]
अल्पसंख्यक विभाग द्वारा छात्रों के लिए अररिया जिले में बनाए गए छात्रावासों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इन छात्रावासों की देखरेख नहीं हो रही है जिससे ये भवन खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं। दरअसल सरकार का उद्देश्य था कि अल्पसंख्यक बहुल जिलों में एमएसडीपी योजना से छात्रों के लिए हॉस्टल बनाया […]
देश की राजधानी के नज़दीक उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए किसानों की ज़मीन अधिग्रहण की खबर आपने तमाम छोटे बड़े मीडिया संस्थानों में देखी-पढ़ी होगी। लेकिन राजधानी दिल्ली से लगभग 1400 किलोमीटर दूर बिहार के पूर्णिया ज़िले में एयरपोर्ट बनाने के लिए कैसे सरकार किसानों की खेतिहर ज़मीन […]
बारसोई अनुमंडल से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर नीम तल्ला चौक और डकैत पूजा गांव है। 2017 में यह इलाका सरकार द्वारा नगर पंचायत घोषित कर दिया था गया था। इसके बाद यहां के लोगों में उम्मीद जगी थी कि नगर पंचायत होने से क्षेत्र में विकास होगा। लेकिन कार्यकाल के पूरे 5 साल बीत जाने के बाद भी बारसोई डकैत पूजा का क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा हुआ है।