बिहार से बंगाल को जोड़ने वाली मुख्य सड़क NH 81 वर्षों से टूटी फूटी और कच्ची अवस्था में हैं। बिहार और बंगाल दोनों राज्य के लोगों को इस सड़क से आने जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
लाखों करोड़ों रुपए के विज्ञापन के माध्यम से सरकार अपने काम की तारीफ करती है। विकास के नाम पर जनता से वोट ले लिया जाता है, लेकिन विकास कितना हो पाता है यह सिर्फ जनता ही जानती है। यही हाल हमें देखने को मिला बिहार के कटिहार के प्राणपुर क्षेत्र में। बिहार का प्राणपुर क्षेत्र बिहार से बंगाल को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर स्थित है। इस वजह से इस सड़क पर बड़ी बड़ी गाड़ियों व लोगों का आवागमन बहुत ज्यादा है, लेकिन इस मुख्य सड़क का हाल पिछले 35 वर्षों से बहुत ज्यादा खराब है। इस वजह से लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क के बीचों बीच बहुत बड़े बड़े गड्ढे हैं। लोगों का कहना है कि बरसात और बाढ़ के दिनों में सड़क की हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाती है। सड़क पर कमर तक पानी लग जाता है। यातायात पूरी तरह ठप हो जाती है। इस वजह से लोगों को शारीरिक और आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ता है।
मंत्री-विधायक का भी साथ नहीं
प्राणपुर एक विधानसभा क्षेत्र भी है। यहां से हर बार विधायक चुन कर जाते हैं, जो आगे जाकर मंत्री भी बनते हैं। लोगों का कहना है कि हर बार चुनाव के समय उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। चुनाव जीतने का बाद कोई देखने भी नहीं आता है।
PWD और स्थानीय लोगों के बीच विवाद
इस सड़क के नहीं बनने की एक वजह स्थानीय लोगों और PWD के बीच विवाद भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार ने 2013 भूमि अधिग्रहण बिल के मुताबिक जमीन अधिग्रहण तो कर लिया, लेकिन उचित मुआवजा नहीं दिया। इस वजह से भी कंस्ट्रक्शन कंपनी को काम करने नहीं दिया जा रहा है।
जनांदोलन ही आखिरी उम्मीद
जनप्रतिनिधियों और सरकार की अनदेखी से लोगों के बीच काफी आक्रोश है। लोग अब जनांदोलन को ही आखिरी उम्मीद मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार अगर इस समस्या का उपाय नहीं करेगी तो वे एक बड़ा जन आंदोलन करेंगे।
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