बिहार राज्य आँगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले बिहार के किशनगंज जिले की आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के शिष्टमंडल ने जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला से मुलाकात कर विभाग द्वारा सेविकाओं को चयनमुक्त करने के आदेश को वापस लेने की मांग की।
बिहार में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहीं आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने विभाग द्वारा सैकड़ों आंगनबाड़ी कर्मियों को चयनमुक्त किये जाने को लेकर विरोध जताया। आपको बता दें कि बिहार की सेविका व सहायिका विगत 29 सितम्बर से अपनी पांच सूत्री माँगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
सेविका और सहायिका की हड़ताल से बिहार के आंगनबाड़ी केंद्र ठप पड़ गए हैं। हड़ताली सेविका और बिहार राज्य आँगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की कार्यकारी जिलाध्यक्ष सबीना आजमी बताती हैं कि बिहार सरकार दमनकारी नीतियों को अपनाते हुए कई सेविकाओं व सहायिकाओं को चयनमुक्त करने का आदेश पारित किया है, जो असंवैधानिक है।
सबीना ने कहा कि वे लोग सरकार को सूचना देकर इस अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हैं और उनकी मांगें जबतक पूरी नहीं होंगी तबतक तक हड़ताल जारी रहेगी। एक अन्य सेविका अंजुम खातून कहती हैं कि सेविका और सहायिका को राज्यकर्मी का दर्जा और 25 हजार रुपये मानदेय के रूप में मिलना चाहिये।
जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला ने कहा कि मांगों को लेकर पूरे राज्य में आंगनबाड़ी कर्मी हड़ताल पर हैं जिसे लेकर विभाग के स्तर पर सभी जिलों को निर्देश दिये गये हैं। विभाग से मिल रहे दिशा निर्देश के अनुसार ही कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही इस समस्या का उचित समाधान निकल जायेगा।
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