बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से बिहार को जल्द से जल्द विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जायेगा तो जो विकास पांच साल के अन्दर होना है वो दो साल के अन्दर ही पूरा हो जायेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी पटना में उद्योग बिहार के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। संबोधन के दौरान नीतीश ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। नीतीश ने कहा कि अगर केंद्र सरकार विशेष राज्य का दर्जा देने में देरी करेगी तो वे इसको लेकर आन्दोलन शुरू कर देंगे।
“एक एक जगह पर अभियान चलेगा। विशेष राज्य का दर्जा दो-विशेष राज्य का दर्जा दो, अगर बिहार का उत्थान करना चाहते हो। अगर नहीं दोगे तो बिहार का उत्थान नहीं करना चाहते हो, बल्कि अपना प्रचार करना चाहते हो। यही अब कैंपेन करेंगे,” उन्होंने कहा।
नीतीश ने कहा कि जो भी दिल्ली (केंद्रीय मंत्री) से आते हैं वो बोलते हैं कि सब काम केंद्र सरकार ने ही किया है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना के लिए केंद्र सरकार सिर्फ 60 फीसदी रकम देती है और बाकी के 40 फीसदी रकम राज्य सरकार देती है।
नीतीश कुमार ने सभा में उपस्थित पत्रकारों से एक बार फिर नाराजगी जताते हुए कहा कि मीडिया उनके बयान को नहीं छापती है बल्कि सिर्फ उनके खिलाफ बोलने वाले नेता के बयान को ही छापती है। उन्होंने कहा कि मीडिया इस खबर को चलाये कि उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष राज्य के दर्जे के लिए मांग की है।
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नीतीश ने कहा कि अगर केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे देगी तो बिहार और तेजी से विकास करेगा। उन्होंने आगे कहा कि वह समाज के हर तबके के लिये काम करते हैं और किसी भी तबके के खिलाफ नहीं है।
“हम तो लोगों के हित में काम करते हैं। हम समाज के किसी तबके के खिलाफ नहीं हैं। और लोग ऐसा सोचते होंगे। हम सभी के उत्थान के लिए काम करते हैं और करते रहेंगे। हमलोग काम करने वाले हैं काम ही करेंगे, बाकी और कुछ नहीं करेंगे,” उन्होंने कहा।
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