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सर के ऊपर झूलते हैं करंट के तार, मोहल्ले में एक भी बिजली का खंभा नहीं

अररिया नगर परिषद के वार्ड संख्या 7 के पार्षद श्याम मंडल ने बताया कि इस मामले में उन्होंने बिजली विभाग के जे.ई और कार्यपालक पदाधिकारी से बात की है तो उन्हें बताया गया कि इसका टेंडर हो चुका है।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
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घरों की छतों पर झूलते बिजली के ये तार रोज़ाना हादसों को दावत दे रहे हैं। यह नज़ारा है अररिया नगर परिषद वार्ड संख्या 7 के बुआरीबाद मोहल्ले का है, जहाँ बिजली विभाग द्वारा पोल न लगाने पर लोग बिजली के तारों को बांस पर बाँध कर बिजली का इस्तेमाल करने पर मजबूर हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दिनों आए तूफ़ान में कुछ तार गिर गए थे, जिसे लोगों ने किसी तरह जोड़ कर दोबारा बांध दिया। बरसात के दिनों में गीली ज़मीन पर तार गिर गिरने से दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है। समय समय पर बांस के बल्ले टूट जाते हैं जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

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स्थानीय बुज़ुर्ग अंबिया खातून कहती हैं कि 12 साल पहले उन्होंने बिजली कनेक्शन लिया था, लेकिन तारों के लिए अब तक एक अदद पोल नहीं लगाया गया है। आंधी-तूफ़ान आने पर घर की छत और आंगन में तार गिर जाते हैं।


उन्होंने यह भी बताया कि वार्ड पार्षद श्याम मंडल महीने भर पहले तस्वीरें खींच कर गए थे लेकिन अब तक पोल का कोई काम नहीं हो सका है।

बुआरीबाद निवासी मोहम्मद नसीम ने बताया कि एक सप्ताह पहले बारिश के बाद जमे हुए पानी में बिजली का तार गिर गया था और पास में ही कुछ बच्चे खेल रहे थे। यदि समय पर लोगों की नज़र न पड़ती तो बच्चे किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते थे।

स्थानीय लोगों की मानें तो साल 2018 में मुख्य मार्ग पर बिजली का खंभा लगाया गया था लेकिन मोहल्ले के अंदर कोई पोल नहीं दिया गया। लिहाजा बुआरिबाद मोहल्ले के लोग मजबूरन बांस के सहारे मुख्य मार्ग में लगे पोल से तार खींच कर अपने घरों में बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं।

स्थानीय निवासी सोनम परवीन ने कहा कि बिजली के तार कई बार मोहल्ले से गुजरने वाले रिक्शों और लोगों के घरों पर गिरे हैं। उनके अनुसार, पिछले दिनों एक घर की छत पर तार गिरने से घर में तेज़ करंट दौड़ने की घटना सामने आई थी।

अररिया नगर परिषद के वार्ड संख्या 7 के पार्षद श्याम मंडल ने बताया कि इस मामले में उन्होंने बिजली विभाग के जे.ई और कार्यपालक पदाधिकारी से बात की है तो उन्हें बताया गया कि इसका टेंडर हो चुका है। एक से डेढ़ महीने के अंदर बुआरिबाद में बिजली के पोल लगा दिए जाएंगे।

हमने इस मामले में बिजली विभाग के जे.ई दीपक कुमार से बात की। उन्होंने बताया कि नई कंपनी के साथ एग्रीमेन्ट का काम हो चुका है, सर्वे किया जा रहा और जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।

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अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

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