किशनगंज के टाउन थाना परिसर में एसपी डॉ इनामुल हक मेगनु ने नए साइबर थाने का उद्घाटन किया। इस साइबर थाने में एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी, एक सब इंस्पेक्टर और टेक्निकल टीम 24 घंटे काम करेंगे। साइबर ठग के शिकार लोगों को शिकायत करने के लिए साइबर थाने का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। पीड़ित द्वारा अपने नजदीकी थाने में शिकायत करने पर मामला स्वतः ट्रांसफर होकर साइबर थाने तक पहुंच जायेगा।
राज्य में साइबर अपराध की घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए सरकार ने सभी ज़िले में साइबर थाना खोलने का निर्णय लिया है। डिजिटल भुगतान में आसानी के साथ-साथ रिस्क भी ख़ूब है। बैंकों ने गांव-गांव में ग्राहक सेवा केंद्र खोले हुए हैं। शहर से लेकर गांव तक हर जगह साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं। इन्हीं अपराधों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने सभी ज़िले में साइबर थाना खोलने का फैसला किया है।
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साइबर थाने के उद्घाटन के मौके पर एसपी डॉ हक ने कहा कि ज़िले में प्रत्येक दिन लगभग दस से ज़्यादा साइबर ठगी के मामले दर्ज किए जाते हैं। उन्होंने डिजिटल जागरुकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि साइबर पुलिस अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करेगी और ठगी से बचने के उपाय भी बताएगी।
“कई बार लालच में आकर फर्जी लिंक पर क्लिक करने से भी लोग ठगी का शिकार होते हैें। लोगों को ठगी से बचाने के लिए हम जागरूकता अभियान चलाएंगे। हमारी कोशिश होगी कि जो भी शिकायत आती है, उस पर त्वरित कार्रवाई हो। इससे पहले भी हमारे सामने मामले आए, पुलिस ने लगभग 50 फीसद मामलों का उद्भेदन किया और लोगों के पैसे भी वापस करवाए,” उन्होंने कहा।
एसपी ने लोगों से अपील की कि किसी अनजान महिला या पुरुष से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भूल से भी दोस्ती न करें और ना ही वीडियो चैट करे। यदि किसी भी अंजान नम्बर से दोस्ती के लिए मौसेज आता है तो उसे फौरन ब्लॉक कर दें, वरना ऐसे नम्बरों से लोग ब्लैक मेल का शिकार हो सकते हैं।
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